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नई दिल्ली: अफगानिस्तान में मानवीय स्थिति पर यूएन उच्च स्तरीय बैठक में बोलते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, अफगानिस्तान एक चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रहा है। भारत पहले अफगानिस्तान की मानवीय मदद करता रहा है। बड़े पैमाने पर गेंहू भेजता रहा है। हमने बड़े पैमाने पर प्रोजेक्ट बनाए हैं। अफगानिस्तान के लोगों की मदद के लिए इस चुनौती पूर्ण समय में भी भारत पहले की तरह अफगानिस्तान के लोगों के साथ खड़ा है। अफगानिस्तान के लोगों की सही मदद हो, इसके लिए विश्व समुदाय को एकजुट होकर प्रयास करने होंगे।

साथ ही  विदेश मंत्री ने कहा, भारत ने लगभग 3 बिलियन से ज्यादा अभी तक अफगानिस्तान में इन्वेस्ट किया है। लगभग 500 प्रोजेक्ट अलग-अलग फील्ड में देश के सभी 34 प्रोविंस में चल रहे थे। भारत संकट की इस घड़ी में हमेशा की तरह अफगानिस्तान के लोगों के साथ खड़ा है।

मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान में सबसे बेहतर माहौल बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक साथ आना चाहिए।

काबुल: तालिबान में सत्ता में शीर्ष पदों के लिए आपसी खींचतान के बीच कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि मुल्‍ला अब्‍दुल गनी बरादर गोली लगने से घायल हो गए हैं। यह कहा जा रहा था कि पद को लेकर तालिबान नेताओं के बीच विवाद गहरा गया है। इसके बाद बरारद का एक आडियो क्लिप सामने आया है। इस क्लिप में कहा गया है कि मेरे गायब रहने के दौरान मीडिया एक्टिविस्‍ट ने प्रोपेगैंडा फैलाया है। बता दें कि अफगानिस्‍तान की नई सरकार में बरादर को डिप्‍टी प्रधानमंत्री नियुक्‍त किया गया है। दरअसल, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया था कि तालिबान गुटों के बीच सत्‍ता को लेकर संघर्ष की वजह से बरादर की मौत हो गई है।

इसके बाद बरादर ने अपना आडियो क्लिप जारी किया है। इस क्लिप में बरादर ने इन बातों को सिरे से खारिज कर दिया है। सामने आए आडियो क्लिप में उन्‍होंने कहा कि मैं यात्रा पर था। मेरे मौजूद नहीं रहने का फायदा उठाकर मीडिया एक्टिविस्ट ने प्रोपेगैंडा फैलाना शुरू कर दिया है।

न्यूयॉर्क: अमेरिका में कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप से संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच, 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए कोविड-19 रोधी टीके अगले महीने के अंत तक उपलब्ध हो सकते हैं। मीडिया की एक खबर में यह जानकारी सामने आई है। ‘न्यूयॉर्क टाइम्स' समाचार-पत्र में प्रकाशित एक खबर में दो स्वास्थ्य विशेषज्ञों के हवाले से कहा गया कि पांच साल से 11 साल के बच्चों के लिए कोविड टीके अक्टूबर के अंत तक उपलब्ध हो सकते हैं। यह कम उम्र के बच्चों के परिजन के लिए राहत की बात होगी क्योंकि अभी तक टीके केवल 12 साल और उससे ऊपर के बच्चों के लिए ही उपलब्ध थे।

खबर में खाद्य एवं औषधि प्रशासन के पूर्व आयुक्त एवं फाइजर बोर्ड के सदस्य डॉ स्कॉट गोटलिब के हवाले से कहा गया कि कम उम्र के बच्चों के लिए टीकों की मंजूरी मिलने के लिए क्लिनिकल आंकड़ों का सावधानीपूर्वक एवं त्वरित समीक्षा की आवश्यकता होगी। गोटलिब ने सीबीएस के कार्यक्रम ‘फेस द नेशन' में कहा कि “सबसे बेहतर स्थिति में”, फाइजर के टीके कम उम्र के बच्चों के लिए 31 अक्टूबर तक तैयार हो जाएंगे।

बीजिंग: चीनी सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स के संपादक हू जिजिन ने 9/11 के आतंकी हमले की 20वीं बरसी पर एक बड़ा बयान दिया। जिजिन ने कहा कि अमेरिका चीन को अपना दुश्मन मानकर भारी भूल कर रहा है। जिजिन ने चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिका अगर अपना रवैया इसी तरह से रखता है तो आतंकी इसका फायदा उठा सकते हैं और भविष्य में 9/11 जैसा दूसरा आतंकी हमला एक बार फिर से दोहराया जा सकता है। जिजिन ने कहा कि 11 सितंबर का हमला केवल 19 आतंकवादियों द्वारा किया गया आत्मघाती हमला था, लेकिन यह आतंकी समूह द्वारा किया गया आत्मघाती हमला नहीं था।

उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कई आतंकी संगठन एक होकर अमेरिका पर हमला करने की फिराक में है। जिजिन ने कहा कि वक्त बताएगा कि चीन को अपना दुश्मन मानकर अमेरिका कितनी बड़ी भूल कर रहा है। यह ध्यान देने की बात है कि चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंध इस हद तक खराब हो गए हैं कि अमेरिका के सहयोगियों ने भी शिनजियांग के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में मुस्लिम उइगरों के दमन के लिए बीजिंग पर प्रतिबंध लगा दिए हैं।

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