लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मचे बवाल व हिंसा पर कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को प्रदर्शन करने का अधिकार है। लेकिन हिंसा बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, 'विरोध प्रदर्शन के नाम पर कोई हिंसा और आगजनी नहीं कर सकता। हम ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने में संलिप्त लोगों की प्रॉपर्टी सीज कर उसकी भरपाई करेंगे।'
उन्होंने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। इसलिए वह भ्रम फैलाने का काम कर रहा है। योगी ने कहा कि यह स्पष्ट है कि इस कानून से किसी भी जाति या मजहब के लोगों को कोई नुकसान नहीं होगा लेकिन फिर भी हिंसा फैलाई जा रही है। योगी ने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति का जो नुकसान किया गया है। हिंसा लोकतंत्र के खिलाफ है। गौरतलब है कि गुरुवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के कई अन्य शहरों में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पथराव, आगजनी और तोड़-फोड़ भी की।
लखनऊ में प्रदर्शनकारियों ने 20 मोटरसाइकिलों, 10 कारों, 3 बसों और मीडिया की 4 ओबी वैन को आग के हवाले कर दिया। कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोलों और बल का प्रयोग करना पड़ा। लखनऊ में शुक्रवार को होने वाली सभी परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है।