बुलंदशहर: बुलंदशहर हिंसा के 25 दिन बाद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के हत्यारे की गिरफ्तारी हुई है। बुलंदशहर-नोएडा बॉर्डर से क्राइम ब्रांच और पुलिस टीम ने पुलिस ने सुबोध कुमार सिंह को गोली मारने वाले शख्स प्रशांत नट को गिरफ्तार कर लिया है। प्रशांत नट ने इंस्पेक्टर की हत्या करने की बात पुलिस की पूछताछ में कबूली कर ली है। उधर, एसएसपी ने यह भी बताया कि हिंसा में घिरने पर इंस्पेक्टर ने आत्मरक्षार्थ गोली चलाई जो सुमित को लगी थी। साथ ही बताया कि कलुआ ने इंस्पेक्टर के सिर में कुल्हाड़ी मारी थी, कलुआ अभी फरार है।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि गुरुवार शाम करीब पौने पांच बजे प्रशांत नट निवासी ग्राम चिंगरावठी को बुलंदशहर-नोएडा बॉर्डर से पुलिस टीम ने हिरासत में ले लिया। प्रशांत नट नोएडा जाने की फिराक में था। एसएसपी ने बताया कि प्रशांत नट ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या उन्हीं की पिस्टल से उसने की थी। हालांकि पिस्टल अभी बरामद नहीं हुई है। प्रशांत नट के साथ चिंगरावठी का राहुल, डेविड, जौनी, लौकेंद्र, कलुआ और हरवानपुर का राहुल भी था। इसमें कलुआ अभी फरार चल रहा है।
एसएसपी ने बताया कि इन लोगों ने इंस्पेक्टर को घेर लिया था। कलुआ ने सिर में कुल्हाड़ी से प्रहार किया, अन्य लोगों ने पथराव किया। प्रशांत नट ने इंस्पेक्टर की कौली भरने के बाद पिस्टल छीनकर उन्हें गोली मार दी थी।
इंस्पेक्टर की हत्या का क्राइम सीन किया रीक्रिएशन
गुरुवार शाम प्रशांत नट समेत कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर चिंगरावठी पुलिस चौकी पर घटनास्थल पर एसएसपी के नेतृत्व पुलिस अधिकारियों ने क्राइम सीन दोहराया। एसएसपी की मौजूदगी में प्रशांत नट ने बताया कि उसने कैसे इंस्पेक्टर को गोली मारी थी।
सुमित को लगी थी इंस्पेक्टर की गोली
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि उपद्रवियों से घिरने और पथराव पर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह ने आत्मरक्षार्थ गोली चलाई थी। इंस्पेक्टर की गोली लगने से ही सुमित की मौत हुई थी।
सुमित के भाई-पिता ने दिया शपथ पत्र
हिंसा में मारे गए सुमित के भाई-पिता ने एसएसपी को डाक से भेजे शपथ पत्रों में कहा है कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह ने सुमित को गोली मारी थी। सुमित पर चौकी इंचार्ज सुरेश कुमार समेत पांच पुलिसकर्मियों ने हमला किया था। शपथ पत्र में कहा गोली लगने के बाद घायल अवस्था में सुमित ने उन्हें इसकी जानकारी दी थी। विवेचना में इसे बयान के रूप में दाखिल करने की मांग की गई है।
वीडियो बनाने वाले पर रखा 10 हजार का इनाम
हिंसा की मोबाइल से वीडियो बना रहे अज्ञात युवक की पहचान पर रखा 10 हजार का इनाम पुलिस ने रखा है। वीडियो बना रहे युवक का फोटो भी जारी किया गया है। शिनाख्त करने वाले की पहचान गोपनीय रखने की बात कही गई है।
योगेश राज अब भी फरार
हिंसा के 25 दिन बाद भी मुख्य आरोपी योगेश राज समेत 58 अभी भी फरार है। एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और पुलिस की 15 टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। अभी तक 28 आरोपी जेल जा चुके हैं।
आईजी पहुंचे बुलंदशहर
स्याना हिंसा की एसआईटी जांच कर रहे आईजी मेरठ रेंज रामकुमार ने गुरुवार को पुलिस लाइन में एसएसपी, एसपी सिटी और एसपी क्राइम के साथ बैठक की। बताया जाता है कि प्रशांत नट के पकड़े जाने पर ही आईजी यहां पहुंचे और उससे एक घंटे तक पूछताछ की।