लखनऊ: पुरानी पेंशन योजना लागू करने और अप्रेंटिस भर्ती की मांग पर संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर रेल मंत्री पीयूष गोयल को शुक्रवार को रेलकर्मियों के विरोध का सामना करना पड़ा। पीयूष गोयल नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन के 70वें वार्षिक अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि आये थे। उन्होंने रेल कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि रेलकर्मियों की विभिन्न मांगों पर सरकार पूरी संवेदनशीलता से विचार कर रही है। उन्होंने इसके साथ ही नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) और अप्रेंटिस को लेकर दिक्कतों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि रेल कर्मियों की प्राथमिकता में यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे को अत्याधुनिक बनाना होना चाहिए।
दरअसल, कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर रहे रेल मंत्री के सामने नई भर्तियों वाले प्रशिक्षु कर्मचारी लंबित मांगों का मुद्दा उठा रहे थे। इस पर रेल मंत्री ने आश्वसान दिया मगर इससे कर्मी संतुष्ट नहीं हुए। यह देखकर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कर्मचारी यूनियन पर नौजवान कर्मियों को भड़काने का आरोप लगा दिया। उन्होंने कर्मचारी नेता के खिलाफ कुछ टिप्पणी कर दी। उन्होंने ऑल इंडिया नेशनल फ़ेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा के खिलाफ टिप्पणी की तो कर्मचारी भड़क उठे और उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया।
रेलमंत्री के सामने ही मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। मामले की नजाकत को भांपते हुए आरपीएफ और यूपी पुलिस उन्हें किसी तरह सुरक्षा घेरे में लेकर वाहन तक सुरक्षित लेकर पहुंची। भाषण समाप्त होते ही अधिवेशन में मौजूद रेलकर्मी, विशेषकर अप्रेंटिस भड़क गये और उन्होंने रेल मंत्री के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
उनका कहना था कि एनपीएस और अप्रेंटिस सहित विभिन्न मुददों पर रेलमंत्री का जवाब संतोषजनक नहीं है। इसके बाद रेलकर्मियों ने नारेबाजी करते हुए गोयल का घेराव कर लिया। अफरातफरी के बीच सुरक्षाकर्मी किसी तरह उन्हें भीड़ से निकालकर सुरक्षित उनके वाहन तक ले गये। इसके बाद गोयल नयी दिल्ली जाने के लिए अमौसी हवाई अड्डे की तरफ रवाना हो गये।