लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में आयोजित सिख समागम कार्यक्रम को संबोधित किया। अपने संबोधन में सीएम योगी ने कहा कि हमें अपने इतिहास को नहीं भूलना चाहिए। इस संदर्भ में उन्होंने कहा, 'जब तक कश्मीर में हिंदू राजा थे, तब तक हिंदू और सिख सुरक्षित थे। जब हिंदू राजा का पतन हुआ, हिंदुओं का भी पतन होना शुरू हो गया। आज वहां की क्या स्थिति हो गई है यह छिपी नहीं है। क्या वहां कोई अपने आप को सुरक्षित बोल सकता है? नहीं, हमें इतिहास से सीखना चाहिए।'
आगे उन्होंने कहा कि गुरुनानक देव महाराज के 550 साल पूरे होने का कार्यक्रम अगले कुछ दिनों में शुरू होने वाला है। योगी ने कहा कि गुरुनानक देव से गुरु गोविंद सिंह तक का इतिहास स्वर्णिम रहा है। सीएम योगी ने कहा कि गुरुतेग बहादुर सिंह ने बलिदान देकर कश्मीर की रक्षा की, लेकिन यह देश स्वतंत्र भारत में कश्मीर को नहीं बचा सका। गुरुतेग बहादुर सिंह ने अपने देश और धर्म की रक्षा के लिए अपने संतानों को न्यौछावर कर दिया। सीएम योगी ने कहा कि सिख समुदाय के लोग अपने देश और धर्म की रक्षा के लिए हमेशा बलिदान देने के लिए तैयार रहते हैं।
उन्होंने गुरुगोविंद सिंह की शक्ति और साधना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के मुताबिक, अपनों के प्रति कृतज्ञता का भाव होना चाहिए। वर्तमान में जो लोग हिंदू और सिख के बीच किसी तरह का भेदभाव डालने की कोशिश कर रहे हैं, वे गुरू परंपरा का अपमान कर रहे हैं। गुरुद्वारे को लेकर उन्होंने कहा कि हर धर्म के लोग बिना बुलाए वहां पहुंचते हैं। वहां हम सभी का बराबर का अधिकार है।
इस कार्यक्रम में सीएम योगी के अलावा उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, केशव प्रसाद मौर्य, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय, संगठन महामंत्री सुनील बंसल और मंत्री बलदेव सिंह अलख मौजूद थे।