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बेंगलुरू: भाजपा की कर्नाटक इकाई में आज (गुरूवार) गुटबाजी उस समय बढ़ गई जब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा की चेतावनी के बावजूद वरिष्ठ नेता के एस ईश्वरप्पा ने पार्टी को ‘‘बचाने’’ के लिए एक सम्मेलन आयोजित किया। गतिरोध का माहौल उस समय बना जब ईश्वरप्पा के नेतृत्व में पार्टी के ‘असंतुष्ट’ नेताओं ने बैठक की। ईश्वरप्पा खुलेआम येदियुरप्पा की उनकी कामकाज की ‘‘एकपक्षीय’’ शैली की आलोचना कर चुके हैं और उनका कहना है कि ‘‘तानाशाही रवैया’’ काम नहीं करेगा। सम्मेलन को ‘‘पार्टी विरोधी क्रियाकलाप’’ बताते हुए येदियुरप्पा ने इसकी पटकथा लिखने के लिए राट्रीय संयुक्त महासचिव (संगठन) बी एल संतोष को जिम्मेदार ठहराया। स्थानीय कार्यकर्ताओं और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को ‘‘नजरअंदाज’’ करके पार्टी पदाधिकारियों की नियुक्ति के बाद येदियुरप्पा की कामकाज की ‘‘एकपक्षीय’’ शैली को लेकर पार्टी में असंतोष का माहौल है। कर्नाटक इकाई में दरार केन्द्रीय नेतृत्व के लिए भी चिंता का विषय है क्योंकि नेतृत्व अगले वर्ष विधानसभा चुनावों में भाजपा को सत्ता में वापस लौटते हुए देखना चाहता है। दक्षिण में पहली बार सरकार बनाते हुए भाजपा ने 2008 से 2013 तक राज्य में शासन किया लेकिन गुटबाजी और भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच उसके एक के बाद एक तीन मुख्यमंत्रियों ने पद संभाला और नतीजा ये हुआ कि अगले चुनावों में कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की।

ईश्वरप्पा ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘..हमारे वरिष्ठों ने हमें सिखाया है कि व्यक्ति महत्वपूर्ण नहीं है। राष्ट्र पहले है, इसके बाद पार्टी है और व्यक्ति अंत में है। इस लक्ष्य के साथ हम यहां आगे बढने के लिए एकत्रित हुए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब अमित शाह ने येदियुरप्पा को पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री घोषित किया तो हम खुश थे लेकिन अगर आप (येदियुरप्पा) जैसा चाहते हैं वैसे काम करना चाहते हैं तो हम शांत नहीं बैठ सकते।’’ सम्मेलन में कुछ हंगामेदार दृश्य देखने को भी मिले जब येदियुरप्पा के खिलाफ टिप्पणियों का विरोध करने वाले एक व्यक्ति को कार्यकर्ताओं के एक समूह ने बाहर कर दिया। उधर येदियुरप्पा ने ईश्वरप्पा को याद दिलाया कि वह पिछले विधानसभा चुनावों में चौथे स्थान पर थे लेकिन फिर भी उन्हें एमएलसी और विपक्ष का नेता बनाया गया। उन्होंने कहा, ‘‘हम पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व की जानकारी में सबकुछ ला रहे हैं। वे भी इस पर संज्ञान ले रहे हैं और वे उचित फैसला करेंगे।’’

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