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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता होंगे। प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब को कांग्रेस की ओर से पत्र लिखकर इसकी सूचना दे दी गई है। राहुल गांधी को अब कैबिनेट रैंक का दर्जा मिलेगा।

बताया जाता है कि 'इंडिया' गठबंधन के घटक दलों के नेताओं की बैठक में राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाए जाने का फैसला लिया गया।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के निवास पर इंडिया अलायंस की बैठक हुई। जिसमें लगभग सभी पार्टी के नेता मौजूद थे। इसी में नेता प्रतिपक्ष को लेकर चर्चा हुई और फिर राहुल गांधी को इस पद की जिम्मेदारी दिए जाने को लेकर प्रोटेम स्पीकर को पत्र लिखा गया।

कांग्रेस में राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने की उठ रही थी मांग

लोकसभा चुनाव के परिणाम आन के बाद से कांग्रेस नेताओं की ओर से लगातार राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग उठ रही थी। कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में इसको लेकर प्रस्ताव भी पारित किया गया था।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): लोकसभा स्पीकर पद को लेकर सहमित न बन पाने के बाद विपक्ष ने अपने उम्मीदवार का एलान कर दिया है। के. सुरेश विपक्ष के स्पीकर पद के उम्मीदवार होंगे। उधर, एनडीए की ओर से लोकसभा स्पीकर पद के लिए ओम बिरला ने नामांकन दाखिल कर दिया है।

लोकसभा स्पीकर का चुनाव बुधवार को होना है। देश में यह पहला मौका होगा, जब स्पीकर पोस्ट के लिए चुनाव होगा। अभी तक सत्ता पक्ष और विपक्ष की सर्वसम्मति से स्पीकर चुना जाता था। लेकिन इस बार ये परंपरा टूटती नजर आ रही है।

राहुल बोले- अब तक राजनाथ सिंह का फोन नहीं आया

राहुल गांधी ने कहा कि पूरे विपक्ष ने कहा है कि हम स्पीकर को सपोर्ट करेंगे, लेकिन डिप्टी स्पीकर विपक्ष को मिलना चाहिए। राजनाथ जी ने कल कहा था कि वह खड़गे जी को वापस फोन करेंगे। अभी तक उनका फोन नहीं आया है। हमारे नेता का अपमान किया जा रहा है। मोदी जी कहते कुछ हैं और कर कुछ रहे हैं। उनको अपनी रणनीति बदलनी ही पड़ेगी।

नई दिल्ली: इतिहास में 25 जून का दिन भारत के लिहाज से एक महत्वपूर्ण घटना का गवाह रहा है। देश में 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक की 21 महीने की अवधि के लिए आपातकाल लागू था। तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार की सिफारिश पर भारतीय संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत देश में आपातकाल की घोषणा की थी। आज इसके 49 साल पूरे हो गए हैं। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करारा हमला बोला है। उन्होंने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि आपातकाल लगाने वालों को संविधान से प्यार का दिखावा करने का कोई अधिकार नहीं है।

पीएम मोदी ने सोशल नेटवर्किंग साइट 'एक्स' पर लिखा, 'आज का दिन उन सभी महान पुरुषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है, जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया। आज का दिन हमें याद दिलाता है कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने बुनियादी स्वतंत्रताओं को खत्म किया और भारत के संविधान को रौंद दिया, जिसका हर भारतीय बहुत सम्मान करता है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): 18वीं लोकसभा सोमवार से शुरू हो गई। पहले दिन सांसदों ने लोकसभा के सदस्य की शपथ ली। इस दौरान सबकी नजर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव पर रही। इस लोकसभा में देशभर से पति-पत्नी की ये एकमात्र जोड़ी है, जो जीतकर संसद पहुंची है। सदन में अखिलेश यादव जहां सबसे पहली पंक्ति में बैठे थे, वहीं डिंपल यादव दूसरी कतार में ठीक उनके पीछे बैठी थीं। आज ऐसी कई खूबसूरत तस्वीरें भी आईं, जिसमें दोनों साथ में दिख रहे हैं। साथ ही अखिलेश यादव के भाई और डिंपल यादव के देवर धर्मेंद्र यादव भी साथ-साथ देखे गए।

अखिलेश यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव जीतने के बाद केंद्र की राजनीति करने का फैसला किया है। इससे पहले वो करहल विधानसभा सीट से विधायक और उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष थे। लोकसभा में जीतने के बाद उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। पत्नी डिंपल यादव के साथ अखिलेश यादव संसद में नरेंद्र मोदी सरकार पर डबल अटैक करते दिखाई देंगे। डिंपल इस बार मैनपुरी से चुनाव जीती हैं।

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