ताज़ा खबरें
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): लोकसभा स्पीकर पद को लेकर सहमित न बन पाने के बाद विपक्ष ने अपने उम्मीदवार का एलान कर दिया है। के. सुरेश विपक्ष के स्पीकर पद के उम्मीदवार होंगे। उधर, एनडीए की ओर से लोकसभा स्पीकर पद के लिए ओम बिरला ने नामांकन दाखिल कर दिया है।

लोकसभा स्पीकर का चुनाव बुधवार को होना है। देश में यह पहला मौका होगा, जब स्पीकर पोस्ट के लिए चुनाव होगा। अभी तक सत्ता पक्ष और विपक्ष की सर्वसम्मति से स्पीकर चुना जाता था। लेकिन इस बार ये परंपरा टूटती नजर आ रही है।

राहुल बोले- अब तक राजनाथ सिंह का फोन नहीं आया

राहुल गांधी ने कहा कि पूरे विपक्ष ने कहा है कि हम स्पीकर को सपोर्ट करेंगे, लेकिन डिप्टी स्पीकर विपक्ष को मिलना चाहिए। राजनाथ जी ने कल कहा था कि वह खड़गे जी को वापस फोन करेंगे। अभी तक उनका फोन नहीं आया है। हमारे नेता का अपमान किया जा रहा है। मोदी जी कहते कुछ हैं और कर कुछ रहे हैं। उनको अपनी रणनीति बदलनी ही पड़ेगी।

वहीं अखिलेश यादव ने भी कहा है कि लोकसभा अध्यक्ष बीजेपी का हो लेकिन उपाध्यक्ष हमारा होना चाहिए।

राजनाथ सिंह के जरिए विपक्ष ने रखी उपाध्यक्ष पद की मांग

गौरतलब है कि विपक्ष ने राजनाथ सिंह के जरिए उपाध्यक्ष पद की मांग रखी है। हालांकि, राजनाथ सिंह ने अभी इस पर विपक्ष को कोई भरोसा नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि वो अपनी पार्टी और सहयोगियों के साथ चर्चा के बाद अंतिम फैसला बताएंगे। बता दें कि विपक्ष ने अध्यक्ष पद के लिए एनडीए उम्मीदवार को समर्थन दिया है। यदि एनडीए विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद नहीं देती है तो विपक्ष उपाध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार देगा।

सरकार ने पहले विपक्ष से की थी बात

हालांकि, इससे पहले सरकार ने स्पीकर को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, डीएमके प्रमुख एम के स्टालिन और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी से बात की थी। बीजेपी ने अपने सहयोगी दलों के साथ भी सलाह मशविरा किया था। स्पीकर के चुनाव के लिए उम्मीदवार के नाम की नोटिस देने की डेडलाइन आज 12:00 बजे है।

दूसरा कार्यकाल पूरा किया तो ओम बिरला बना देंगे ये रिकॉर्ड

बता दें कि अगर ओम बिरला अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करते हैं तो सबसे लंबे समय तक लोकसभा अध्यक्ष बने रहने का रिकॉर्ड बना देंगे। इससे पहले एमए अयंगर 6 साल 29 दिन, गुरुदयाल सिंह ढिल्लो 6 साल 1/2 महीने, बलराम जाखड़ 9 साल 329 दिन तक लोकसभा अध्यक्ष रहे हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख