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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता होंगे। प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब को कांग्रेस की ओर से पत्र लिखकर इसकी सूचना दे दी गई है। राहुल गांधी को अब कैबिनेट रैंक का दर्जा मिलेगा।

बताया जाता है कि 'इंडिया' गठबंधन के घटक दलों के नेताओं की बैठक में राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाए जाने का फैसला लिया गया।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के निवास पर इंडिया अलायंस की बैठक हुई। जिसमें लगभग सभी पार्टी के नेता मौजूद थे। इसी में नेता प्रतिपक्ष को लेकर चर्चा हुई और फिर राहुल गांधी को इस पद की जिम्मेदारी दिए जाने को लेकर प्रोटेम स्पीकर को पत्र लिखा गया।

कांग्रेस में राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने की उठ रही थी मांग

लोकसभा चुनाव के परिणाम आन के बाद से कांग्रेस नेताओं की ओर से लगातार राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग उठ रही थी। कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में इसको लेकर प्रस्ताव भी पारित किया गया था।

इसके बाद राहुल गांधी ने इस पर फैसला लेने को लेकर पार्टी से कुछ वक्त भी मांगा था।

समझा जाता है कि इस पर आईएनडीआईए (इंडिया) के लगभग सभी घटक दलों ने हामी भरी है। नेता विपक्ष बनने के बाद राहुल को अब कैबिनेट मंत्री के बराबर दर्जा और सुविधाएं मिलेंगी। यही नहीं, वे सीबीआइ चीफ, सीवीसी, सूचना आयुक्त जैसे संवैधानिक पदों की नियुक्ति करने वाले पैनल में पीएम मोदी के साथ बतौर कमेटी मेंबर मौजूद रहेंगे।

2004 में अमेठी से लोकसभा चुनाव जीत कर राजनीति में प्रवेश करने वाले राहुल दो दशक के सफर में ही नेता विपक्ष जैसे पद तक पहुंच गए हैं। इस दौरान उन्होंने पांच चुनाव जीते हैं। वहीं 17वीं लोकसभा में उनकी सदस्यता खत्म कर दी गयी थी, जो अदालत के फैसले के बाद बहाल हुई थी।

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