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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): 18वीं लोकसभा सोमवार से शुरू हो गई। पहले दिन सांसदों ने लोकसभा के सदस्य की शपथ ली। इस दौरान सबकी नजर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव पर रही। इस लोकसभा में देशभर से पति-पत्नी की ये एकमात्र जोड़ी है, जो जीतकर संसद पहुंची है। सदन में अखिलेश यादव जहां सबसे पहली पंक्ति में बैठे थे, वहीं डिंपल यादव दूसरी कतार में ठीक उनके पीछे बैठी थीं। आज ऐसी कई खूबसूरत तस्वीरें भी आईं, जिसमें दोनों साथ में दिख रहे हैं। साथ ही अखिलेश यादव के भाई और डिंपल यादव के देवर धर्मेंद्र यादव भी साथ-साथ देखे गए।

अखिलेश यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव जीतने के बाद केंद्र की राजनीति करने का फैसला किया है। इससे पहले वो करहल विधानसभा सीट से विधायक और उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष थे। लोकसभा में जीतने के बाद उन्होंने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। पत्नी डिंपल यादव के साथ अखिलेश यादव संसद में नरेंद्र मोदी सरकार पर डबल अटैक करते दिखाई देंगे। डिंपल इस बार मैनपुरी से चुनाव जीती हैं।

इससे पहले 17वीं लोकसभा में भी अखिलेश और डिंपल चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे, लेकिन अलग-अलग समय में।

चुनाव में पति-पत्नी के साथ लड़ने के तो कई उदाहरण हैं, लेकिन एक साथ लोकसभा पहुंचने की तस्वीर बेहद कम ही सामने आयी है। ऐसे में संसद में अखिलेश-डिंपल की जोड़ी पर सभी की निगाहें थी।

इस बार अखिलेश यादव के नेतृत्व में यूपी में समाजवादी पार्टी की चमत्कारिक वापसी ने राजनीतिक पंडितों को भी हैरान कर दिया। सपा की स्थापना के बाद लोकसभा चुनावों में ये अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद अखिलेश ने न केवल अपनी पारिवारिक एकता कायम की, बल्कि 2019 में बसपा से गठबंधन के बावजूद सिर्फ पांच सीटें जीतने वाली सपा ने अकेले (यादव) परिवार में ही पांच सीटें हासिल कर ली।

सपा ने 80 में से 37 सीटों पर जीत हासिल की

यूपी में शानदार प्रदर्शन कर सपा ने 80 में से 37 सीटों पर जीत हासिल की है। लोकसभा में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी समाजवादी पार्टी के प्रमुख ने कहा, "जब सपा देश में तीसरे नंबर पर पहुंची है, तो हमारी जिम्मेदारी भी बढ़ी है। सदन में जनता और संविधान के सवालों को रखा जाएगा।"

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