नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस और खुफिया ब्यूरो ने एक साझा अभियान में हरियाणा के मेवात जिले से अलकायदा के दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों की पहचान मोहम्मद कासिम और अब्दुल सामी के के रूप में हुई है जो झारखंड के जमशेदपुर के रहने वाला हैं। आशंका है कि सामी ने पाकिस्तान में हथियारों का प्रशिक्षण हासिल किया है। कासिम और सामी मेवात के पुन्हाना कस्बे पहुंचे और वहां एक मस्जिद में रह रहे थे। पहले से मिली जानकारी के आधार पर दिल्ली पुलिस और खुफिया ब्यूरो ने वहां पहुंचकर कुछ स्थानीय लोगों से पूछताछ की। पुन्हाना के डीएसपी रतनदीप बाली ने कहा, ‘पूछताछ के दौरान कासिम और सामी के बारे में पता चला। इसके बाद उनको गिरफ्तार किया गया।’ दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने कहा है कि उसने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। विशेष पुलिस आयुक्त अरविंद दीप ने कहा कि सामी के अलावा किसी दूसरे व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘आरोपी अब्दुल सामी को दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने मेवात के नुंह कस्बे से कल गिरफ्तार किया। उसे यहां लाया गया और एक अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे एक फरवरी तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। ’ एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सामी झारखंड के जमशेदपुर का निवासी है और उसे मदरसा के मौलवी अब्दुल रहमान ने कट्टरपंथ की सीख दी थी। विशेष प्रकोष्ठ की टीम ने ही अब्दुल रहमान को दिसंबर में ओड़िशा में कटक के जगतपुर इलाके से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने अबतक ऐसे तीन व्यक्तियों की पहचान की है जिसे अब्दुल रहमान ने अलकायदा माड्यूल इन इंडियन सब कांटीनेंट (एक्यूआईएस) में शामिल किया था और प्रशक्षिण के लिए भेजा था। सामी को गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन अबू सूफियान और उमर हैदराबादी के बारे में माना जाता है कि वे अब भी पाकिस्तान में हैं। पुलिस ने बताया कि सामी जनवरी, 2014 में दुबई गया था और वह वहां एक महीने रहा जिसके बाद कराची चला गया। वहां से वह पाकिस्तान के खबर पख्तूनख्वां प्रांत के मानसेहरा चला गया। वहां उसने ए के 47 और छोटे मशीन गन चलाने का प्रशिक्षण हासिल किया। सामी को पाकिस्तान से युसूफ नामक हैंडलर निर्देश दे रहा था। पूछताछ के दौरान पता चता कि यूसूफ मोहम्मद आसिफ के संपर्क में भी था जो एक्यूआईएस के संस्थापक सदस्यों में एक है तथा एक्यूआईएस की प्रेरणा, भर्ती और प्रशिक्षण शाखा का प्रमुख है। आसिफ इस अभियान में पहली गिरफ्तारी था। उसे पूर्वोत्तर दिल्ली के सीलमपुर से पकड़ा गया था। उसके बार रहमान और जफर मसूद (उत्तर प्रदेश के संभलपुर जिले के दीपा सराय मोहल्ला से), मौलाना अनजार शाह (बंगलूरू से) की गिरफ्तारी हुई थी।