नई दिल्ली: इसरो ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से अपने पांचवें नेविगेशन सैटेलाइट आईआरएनएसएस-1ई का सफलता पूर्वक प्रक्षेपण कर दिया है। यह प्रक्षेपण बुधवार सुबह किया गया।आईआरएनएसएस-1ई भारत की आईआरएनएसएस अंतरिक्ष प्रणाली के लिए प्रक्षेपित किए जाने वाले सात उपग्रहों में से पांचवा उपग्रह है। पांचवें दिशासूचक उपग्रह आईआरएनएसएस-1ई को ले जा रहे भारत के पीएसएलवी-सी31 रॉकेट ने श्रीहरिकोटा से उड़ान भरी। यह इस साल इसरो का पहला रॉकेट प्रक्षेपण हैं। श्रीहरिकोटा से आज सुबह (बुधवार) 9:31 बजे ‘आईआरएनएसएस-1ई’ का प्रक्षेपण किया गया। ‘आईआरएनएसएस-1ई’ आईआरएनएसएस अंतरिक्ष प्रणाली के सात उपग्रहों में से पांचवां नेविगेशन उपग्रह है।
अंतरिक्ष यान के पूर्ण संपूरक के प्रक्षेपित हो जाने के बाद यह अमेरिकी जीपीएस के समतुल्य होगा। ‘आईआरएनएसएस-1ई’ का विन्यास इसके पूर्ववर्ती आईआरएनएसएस-1ए, 1बी, 1सी और 1डी के बराबर है । आईआरएनएसएस-1ई’ अपने साथ दो तरह के पेलोड (अंतरिक्ष उपकरण) लेकर गया है जिसमें एक नेविगेशन जबकि दूसरा रेंजिंग पेलोड है । नेविगेशिन पेलोड यूजरों को नेविगेशन सेवा से जुड़े सिग्नल भेजेगा और यह ‘एल-5’ एवं ‘एस’ बैंड में काम करेगा । रेजिंग पेलोड में ‘सी’ बैंड का एक ट्रांसपोंडर लगा होगा जिससे उपग्रह की रेंज के बारे में सटीक जानकारी मिल सकेगी । ‘आईआरएनएसएस-1ई’ लेजर के जरिए रेंज का पता लगाने के लिए अपने साथ कॉर्नर क्यूब रेट्रो रिफ्लेक्टर्स भी लेकर गया है ।