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नई दिल्ली: बढ़ती महंगाई पर काबू पाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सरकार ने गेहूं की तरह अब चीनी निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा, एक बार फिर पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती की जा सकती है।

चीनी के निर्यात पर एक जून से पाबंदी

सरकार ने मंगलवार को चीनी के निर्यात पर एक जून से पाबंदी लगा दी, जिसका उद्देश्य घरेलू बाजार में इसकी उपलब्धता बढ़ाना और मूल्य वृद्धि को रोकना है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने कहा कि "चीनी सीजन 2021-22 (अक्टूबर-सितंबर) के दौरान देश में चीनी की घरेलू उपलब्धता और मूल्य स्थिरता बनाए रखने के लिए केंद्र सरकार अगले आदेश तक एक जून, 2022 से चीनी निर्यात को नियंत्रित करेगी। सरकार 100 एलएमटी (लाख मीट्रिक टन) तक चीनी निर्यात की अनुमति देगी।"

विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना में कहा, ‘‘चीनी (कच्ची, परिष्कृत और सफेद चीनी) का निर्यात एक जून, 2022 से प्रतिबंधित श्रेणी में रखा गया है।’’

नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर जारी सियासय के बीच केंद्र सरकार ने इन उत्पादों पर एक्साइज ड्यूटी कम करने का बड़ा फैसला लिया है। शनिवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण ने इस संबंध में ट्वीट कर जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "हम पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क ₹8 प्रति लीटर और डीजल पर ₹6 प्रति लीटर कम कर रहे हैं। इससे पेट्रोल 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 7 रुपये प्रति लीटर कम हो जाएगी। इसका सरकार के लिए लगभग ₹1 लाख करोड़ प्रतिवर्ष का राजस्व निहितार्थ होगा।"

12 सिलेंडर तक 200 रुयपे की सब्सिडी

वहीं, घरेलू गैस के संबंध में उन्होंने कहा, "साथ ही इस वर्ष हम प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना के 9 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को ₹200 प्रति गैस सिलेंडर (12 सिलेंडर तक) की सब्सिडी देंगे। इससे हमारी माताओं और बहनों को मदद मिलेगी। इससे सालाना लगभग ₹6100 करोड़ का राजस्व प्रभावित होगा।" बता दें कि 12 ट्वीट में वित्त मंत्री ने कई उत्पादों पर से एक्साइज, कस्टम, इंपोर्ट और एस्कपोर्ट ड्यूटी कम करने की जानकारी दी है।

नई दिल्ली: भारतीय रुपया गुरुवार को एक बार फिर अमेरिकी डॉलर की तुलना में सार्वकालिक निचले स्तर, यानी 77.73 पर बंद हुआ। पिछले 10 कारोबारी सत्रों के दौरान रुपया पांचवीं बार रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ है। ब्लूमबर्ग ने आंशिक रूप से परिवर्तनीय रुपये को अपने सार्वकालिक निचले स्तर 77.73 पर बंद दिखाया।

रुपया अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा बाज़ार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 77.72 पर ही गिरकर खुला था, और दिनभर के कारोबार के दौरान 77.76 तक नीचे गिरकर 77.63 तक संभला भी था।

बुधवार को भी अमेरिकी डॉलर की तुलना में भारतीय रुपया 77.61 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ था, जिसकी वजह मुद्रास्फीति और आर्थिक मंदी को बताया गया था।

गुरुवार को पिछले 10 कारोबारी दिनों में पांचवीं बार रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुए रुपये का घाटा कहीं ज़्यादा हो सकता था, अगर समय रहते भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने हस्तक्षेप नहीं किया होता।

नई दिल्ली: तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने तत्काल प्रभाव से 14 किलो घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में 3.50 रुपये की बढ़ोतरी की है। इस वृद्धि से अब दिल्ली में 14 किलो के सिलेंडर की कीमत 1003 रुपये हो गई है। मुंबई में, घरेलू एलपीजी की कीमत 1002.50 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई है जबकि कोलकाता में एक उपभोक्ता को 14 किलो के सिलेंडर के लिए 1,029 रुपये खर्च करने होंगे। वहीं, चेन्नई में ग्राहकों को घरेलू सिलेंडर के लिए आज से 1,058.50 रुपये खर्च करने पड़ेंगे। इन शहरों में सबसे ज्यादा कीमत चेन्नई में है।

बता दें कि इससे पहले 7 मई को 14.2 किलोग्राम घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की वृद्धि की गई थी। वहीं, महीने की शुरुआत में 1 मई को 19 किलो के वाणिज्यिक रसोई गैस सिलेंडर की कीमत दिल्ली में लगभग 102 रुपये बढ़ाकर 2,355.5 रुपये तक कर दी गई थी। 5 किलो के एलपीजी वाणिज्यिक सिलेंडर की कीमत भी बढ़ाकर 655 रुपये कर दी गई थी।

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