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मुंबई: नोटबंदी के बाद 10 दिसंबर तक बैंकों में 12.44 लाख करोड़ रुपये के पुराने नोट जमा हुए हैं। वहीं दूसरी ओर बैंकों ने 35 दिन में 4.61 लाख करोड़ रुपये नए नोट वितरित किए हैं। रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर आर गांधी ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि रिजर्व बैंक और करेंसी चेस्ट को लौटाए गए पुराने नोट 12.44 लाख करोड़ रुपये के हैं। यह आंकड़ा 10 दिसंबर तक का है। उन्होंने बताया कि 10 दिसंबर तक विभिन्न बैंकों ने काउंटरों तथा एटीएम के जरिये 4.61 लाख करोड़ रुपये जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि मात्रा के हिसाब से कुल 21.8 अरब नोट जारी हैं। इनमें से 20.1 अरब नोट 10, 20, 50 और 100 रुपये के हैं। वहीं 500 और 2,000 के कुल 1.7 अरब नए नोट जारी किए गए हैं।

नई दिल्ली: नोटबंदी से बाजार में नकदी की दिक्कतों से मांग में कमी आने और विदेशों में कमजोरी के रूख के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में आज सोने का भाव 100 रुपये घट कर 28,450 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। इसके विपरीत औद्योगिक इकाइयों तथा सिक्का विनिर्मातों की ओर से उठाव बढ़ने से चांदी 100 रुपये की तेजी के साथ 41,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गयी। बाजार सूत्रों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दो दिनों की नीतिगत बैठक आज शुरू होने के पहले डॉलर के मजबूत होने और सोने में गिरावट आने से वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों पर दवाब रहा। फेडरल रिजर्व की बैठक के संदर्भ में अनुमान है कि वे नीतिगत सख्ती बरतते हुए ब्याज दर में वृद्धि कर सकते हैं जिससे सुरक्षित निवेश के विकल्प के बतौर सोने की अपील कम हो गयी। वैश्विक स्तर पर सिंगापुर में सोना 0.09% की गिरावट के साथ 1,160.90 डॉलर प्रति औंस रह गया। बाजार सूत्रों ने कहा कि नोटबंदी के कारण बाजार में मौजूदा नकदी संकट के कारण आभूषण और फुटकर विक्रेताओं की मांग में पर्याप्त गिरावट आने से भी कारोबारी धारणा प्रभावित हुई। सरकार ने 8 नवंबर को कालाधन पर अंकुश लगाने के प्रयासों के तहत 500 रुपये और 1,000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर कर दिया था जिसके कारण बाजार में नकदी की दिक्कतें पैदा हो गयी हैं।

मुंबई: टाटा समूह की दुधारू गाय टीसीएस के निदेशक मंडल से साइरस मिस्त्री को हटाने की तैयारी है। वहीं मिस्त्री ने आज (मंगलवार) कहा कि उनकी लड़ाई पद के लिए नहीं है, बल्कि वह देश के सबसे बड़े समूह की आत्मा को बचाने के लिए लड़ रहे हैं। मिस्त्री को कल टाटा इंडस्ट्रीज के बोर्ड से निदेशक के रूप में हटा दिया गया। उन्होंने टीसीएस के शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा कि पिछले कुछ सप्ताह के दौरान कामकाज के बेहतर संचालन को हवा में फेंक दिया गया और इसका स्थान मनमाने रवैये, अपनी पसंद और व्यक्तिगत एजेंडा ने ले लिया। उन्होंने कहा, ‘हमने नैतिकता के सिद्धान्तों को गिरते देखा। कुछ लोगों के रवैये से संस्थान की बुनियाद को जोखिम में डाला गया।’

नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भविष्य में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष टैक्स दरों में कमी का संकेत दिया है। उन्होंने कहा नोटबंदी की वजह से बेहिसाब किताब वाली संपत्ति तंत्र में आ रही है जिसके परिणामस्वरूप राजस्व प्राप्ति बढ़ेगी। जेटली ने उन लोगों को चेतावनी दी है जो कि बड़ी मात्रा में नकदी अपने पास रखे हुये हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। एजेंसियां पूरे मामले पर नजदीकी से निगाह रखे हुये हैं। सरकार ने आठ नवंबर को एक झटके में उच्च मूल्य वर्ग के नोटों को बंद कर दिया। उसके इस आदेश से अर्थव्यवस्था में चल रही 86% राशि के नोट चलन से बाहर हो गये। सरकार ने बंद किये गये नोटों को इस साल की समाप्ति से पहले अपने बैंक खातों में जमा कराने की अनुमति दी है। दूसरी तरफ बैंकों से नई करेंसी वितरित की जा रही है। बैंक खातों में जो भी धन जमा कराया गया है उसका हिसाब-किताब देना होगा और उसपर टैक्स भुगतान करना होगा। ऐसे बेहिसाब धन की स्वैच्छिक जानकारी देने पर 50% की दर से टैक्स देना होगा जबकि खुलासा नहीं करने पर 85% की दर से टैक्स लिया जायेगा। उन्होंने कहा, ‘इस तरह से काफी धन जो कि आर्थिक तंत्र में खुली नकदी के तौर पर इस्तेमाल होता रहा है अब बैंकिंग तंत्र में आ गया है।’ उन्होंने कहा, ‘इसका पूरा हिसाब-किताब होना चाहिये और जहां टैक्स नहीं लिया गया है वहां टैक्स वसूला जायेगा।’

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