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नई दिल्ली: केंद्रीय कोयला और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि भारतीय रेल से अगले पांच सालों में डीजल इंजन को पूरी तरह बाहर कर दिया जाएगा और बिजली इंजन का उपयोग किया जाएगा, जिसमें गति बढ़ाने पर सबसे ज्यादा जोर होगा।

गोयल ने यहां फिक्की की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा, "हमने अगले पांच सालों में सभी ट्रेनों को बिजली इंजन से चलाने की योजना बनाई है।

उन्होंने कहा कि डीजल इंजन को बाहर करने से रेलवे को सालाना 11,500 करोड़ रुपये की बचत होगी। उन्होंने कहा, "डीजल इंजन को यार्ड में बैकअप के लिए रखा जाएगा।" यात्रियों की सुरक्षा पर जोर देते हुए रेल मंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने रेल अधिकारियों को इंटीग्रेटेड कोच फैक्टरी (आईसीएफ) कोचों की जगह पर लिंक हॉफमैन-बुश्च (एलएचबी) कोचों का उत्पादन बढ़ाने को कहा है।

नई दिल्ली: लॉजिस्टिक्स कंपनियों के लिए अच्छी खबर है। सरकार ने लॉजिस्टिक्स कंपनियों को उद्योग का दर्जा देने का फैसला किया है। सरकार के इस कदम से इस तरह की कंपनियों को बैंकों सस्ता लोन मिल सकेगा।

सरकार के इस फैसले से इस उद्योग का इंफ्रास्टक्चर मजबूत होगा और इसका विकास हो सकेगा। इतना ही नहीं इससे देश में ई कंपनियों को भी बढ़ावा मिलेगा। वित्त मंत्रालय ने इस सिलसिले में अधिसूचना जारी की है।

आपको बता दें कि लॉजिस्टिक्स कंपनियां वस्तुओं, सूचना, उर्जा समेत अन्य संसाधनों को एक जगह से दूसरे जगह यानी उपभोक्ता तक पहुंचाने का काम करती है। इसमें यातायात, इन्वेन्टरी, गोदाम, वस्तुओं की उतारना-चढ़ाना (हैडिलिंग), उनकी पैकेजिंग, उनकी सुरक्षा समेत कई अन्य चीजें शामिल होती है।

नई दिल्ली: आर्थिक मोर्चे पर बहुत अच्छी खबर आयी है। जानी मानी रेटिंग एजेंसी अमेरिका की मूडीज इनवेस्टर सर्विसेज ने भारत की सोवरिन रेटिंग बीएए3 से सुधारकर बीएए2 कर दी है। साथ ही नजरिया सकारत्मक से स्थिर कर दिया गया है।

रेटिगं मे सुधार का मतलब ये हुआ कि विदेशी निवेशकों का भारत पर विश्वास और बढ़ेगा और वो यहां खुलकर निवेश कर सकेंगे। साथ ही नजरिया बदलने का मतलब ये हुआ कि फिलहाल इसमें गिरावट के आसार नहीं और ये भी हो सकता है कि आगे इसमें सुधार ही हो।

ध्यान रहे कि अभी तक तमाम रेटिगं एजेंसियों ने भारत की रेटिंग सुरक्षित निवेश के लिहाज से बिल्कुल ही निचले पायदान पर रखा था। मोदी सरकार सत्ता में आने के बाद लगातार कोशिश में लगी थी कि किस तरह से रेटिंग में सुधार हो और अब उसके नतीजे सामने आए हैं।

रेटिंग में सुधार 13 सालों बाद हुआ है जबकि नजरिये में पहली बार बदलाव 2015 में हुआ था जब इसे नकारात्मक से सकारात्मक किया गया जबकि अब इसे स्थिर कर दिया गया है।

नई दिल्ली: अंबानी घराना भारत का एकमात्र वैसा भारतीय परिवार है जिसने एशिया के 10 अमीर परिवार में जगह बनाई है। फोर्ब्स की सूची के मुताबिक रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी का परिवार एशिया का सबसे अमीर परिवार है। उनके परिवार की कुल संपत्ति 44.8 अरब डॉलर आंकी गई है, जो कि पिछले साल के मुकाबले 19 अरब डॉलर अधिक है।

वहीं दूसरे स्थान पर पहुंचने के बावजूद कोरियाई कंपनी के सैमसंग का मालिकाना हक रखने वाले ली का परिवार इस सूची में दूसरे नंबर है। ली घराने की कुल संपत्ति 40.8 अरब डॉलर आंकी गई है, जो कि पिछले साल के मुकाबले 11.2 अरब डॉलर कम है। इस साल सैमसंग के शेयरों में करीब 75 फीसदी की तेजी आई है।

एशिया के 50 अमीर परिवारों की जारी सूची में तीसरे स्थान पर हॉन्ग-कॉन्ग का वोक परिवार है, जो सैन हंग काई प्रॉपर्टीज का मालिकाना हक रखता है। इस परिवार की कुल संपत्ति 40.4 अरब डॉलर आंकी गई है। वहीं थाईलैंड के चारोएन पोक्पहैंड समूह के प्रमुख चिआरावैनांट परिवार का इस सूची में चौथा स्थान है जिनकी कुल संपत्ति 36.6 अरब डॉलर आंकी गई है।

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