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काहिरा: मिस्र की एक अपीलीय अदालत ने आज मुस्लिम ब्रदरहुड के 149 कार्यकर्ताओं की मौत की सजा रद्द कर दी। इन लोगों को 2013 में 11 पुलिसकर्मियों की हत्या और एक थाने पर हमले के मामले में सजा सुनाई गई थी। मुस्लिम ब्रदरहुड के इन कार्यकर्ताओं पर आरोप था कि इन लोगों ने केरदासा में एक थाने पर हमला कर कई पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी तथा सरकारी संपत्ति एवं वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। अपीलीय अदालत ने इस हमले के मामले में फिर से सुनवाई का आदेश दिया था। इस मामले में शुरूआती आदेश फरवरी, 2015 में आ गया था जब एक के बाद एक कई मामलों में मौत की सजा सुनाए जाने के बाद मिस्र की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना होने लगी थी। अदालत ने मुस्लिम ब्रदरहुड के 149 कार्यकर्ताओं को मौत की सजा सुनाई थी तथा 34 अन्य को उनकी गैरमौजूदगी में मौत की सजा का ऐलान किया था।

वाशिंगटन: अमेरिकी चुनाव प्रचार में बढ़ रही मुस्लिम विरोधी बयानबाजी के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के अपने कार्यकाल में पहली बार मस्जिद का दौरा करने का मकसद यहां मुस्लिम समुदाय के लोगों को धार्मिक स्वतंत्रता का विश्वास दिलाना है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोश एर्नेस्ट ने कल संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे लगता है कि राष्ट्रपति यह सुनिश्चित करने में काफी दिलचस्पी रखते हैं कि हम उस महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दे रहे हैं जो मुसलमान हमारे विविधतापूर्ण अमेरिकी समाज में निभाते हैं तथा इस बात पर भी जोर देना है कि उन्हें अपने ईश्वर की उपासना उस तरह से करने का अधिकार है जैसे उनकी परंपरा में होता आया है।’

इस्लामाबाद: आतंकी समूहों को समर्थन देकर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाने की पाकिस्तान की नीति पर अब उसकी संसद में ही सवाल उठने लगे हैं। पाकिस्तानी संसद की एक स्थायी समिति ने सरकार से कश्मीर में जेहादी समूहों को समर्थन बंद कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की है। पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, पाकिस्तानी संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली की विदेश मामलों की समिति ने सोमवार को कश्मीर संबंधी चार पेज का नीतिगत पत्र जारी किया। इसमें कहा गया कि पाकिस्तान को कश्मीर में सशस्त्र, प्रतिबंधित आतंकी समूहों को समर्थन देने की आवाजों को प्रोत्साहित करना बंद करे। बल्कि अंतरराष्ट्रीय चिंताओं को ध्यान में रखते हुए आतंकी समूहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

वाशिंगटन: टेक्सास के सीनेटर टेड क्रूज ने अमेरिका का आगामी राष्ट्रपति चुनने के लिए आयोवा में मंगलवार को हुए रिपब्लिकन कॉकस में पद का उम्मीवार बनने के पार्टी के विवादास्पद दावेदार डोनाल्ड ट्रंप को सनसनीखेज शिकस्त दी जबकि डेमोक्रेटिक कॉकस में हिलेरी क्लिंटन और बर्नी सैंडर्स दोनों ने जीत का परचम लहराया। आयोवा कॉकस के परिणाम घोषित होने के बाद ऐसा प्रतीत हो रहा है कि राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने के लिए मुख्य रूप से तीन दावेदारों के बीच मुकाबला होगा। आयोवा में क्रूज और ट्रम्प के बाद मार्को रूबियो कड़ी टक्कर देते हुए तीसरे स्थान पर रहे। लगभग सभी मतों की गिनती के बाद क्रूज को कुल मतों के 28 फीसदी मत मिले जबकि ट्रंप को 24 फीसदी वोट मिले।

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