इस्लामाबाद: पाकिस्तानी सेना ने हाईजैक ट्रेन से 155 बंधकों को छुड़ा लिया है। वहीं, ट्रेन को हाईजैक करने वाले संगठन बीएलए ने दावा किया है कि उसने इस दौरान 30 पाकिस्तानी जवानों को मार डाला। बलूच लिबरेशन आर्मी के द्वारा हाईजैक की गई ट्रेन से छुड़ाए गए 155 यात्रियों में से 17 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। वहीं, इस दौरान 27 बीएलए सदस्य मारे गए।
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, सुरक्षाबलों ने अबतक 155 बंधकों का रेस्क्यू कर लिया है। इस ऑपरेशन में बीएलए के 27 लड़ाके मारे जा चुके हैं। अधिकारियों का कहना है कि जब तक सभी बंधकों को रिहाई नहीं हो जाती, तब तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहेगा।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को मंगलवार को हाईजैक किया था और 100 से ज्यादा यात्रियो को बंधक बना लिया। ट्रेन में 214 पाकिस्तानी नागरिक सवार बताए जा रहे हैं। बीएलए ने एक बयान जारी किया था, जिसमें उसने शहबाज सरकार को चेतावनी दी थी और कहा था कि पाकिस्तानी आर्मी उनके खिलाफ अगर कार्रवाई करती है तो वह सभी बंधकों को मौत के घाट उतार देंगे।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को बीएलए ने मंगलवार को हाईजैक कर लिया था। इसके बाद बंधकों को छुड़ाने के लिए पाकिस्तानी सेना ने ऑपरेशन शुरू किया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि दुर्गम इलाका होने के बावजूद हमारे सैनिक बड़ी बहादुरी से बंधकों को छुड़ाने में लगे हैं।
बीएलए बलूचिस्तान प्रांत को अगल देश मानते हैं। इस प्रांत में उनकी एक अलग सरकार चलती है। बलूचों की मांग है कि बलूचिस्तान में पाकिस्तान की किसी भी एजेंसी या सुरक्षा एजेंसी का कोई भी नुमाइंदे न रहें।
बलूचों का यह भी कहना है कि चीन के साथ पाकिस्तान का जो सीपीईसी प्रोजेक्ट चला उससे उनके खनिजों का दोहन हो रहा है। इन प्रोजेक्ट्स की वजह से बड़ी संख्या में समुदाय के लोग विस्थापित हुए हैं। बलूच सीपीईसी प्रोजेक्ट के खिलाफ हैं।