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अंकारा: तुर्की के जनरल स्टाफ ने शनिवार को एक लिखित बयान में कहा कि सेना ने उत्तरी सीरिया में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के ठिकानों पर हमला कर 104 आतंकवादियों को मार गिराया है। हमला देर शुक्रवार को तब किया गया, जब आईएस के ठिकानों से दागे गए छह रॉकेट तुर्की के सीमाई प्रांत किलिस तथा दो सैन्य चौकियों पर गिरे, जिससे पांच लोग घायल हो गए। यान के मुताबिक, सेना के जवाबी हमले में आईएस के 104 आतंकवादी मारे गए, जबकि उनके द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे चार मल्टिपल रॉकेट लॉन्चर, एक होवित्जर, एक मोर्टर पोजिशन को नष्ट कर दिया गया। साथ ही उनके द्वारा मुख्यालय के रूप में इस्तेमाल में लाए जा रहे सात इमारतों को भी नष्ट कर दिया गया। अभियान के दौरान, आईएस के ठिकानों पर 233 होवित्जर, 40 मल्टिपल रॉकेट सिस्टम तथा चार तोपों से हमलों को अंजाम दिया गया।

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम के जनक अब्दुल कदीर खान ने कहा है कि पाकिस्तान के पास 1984 में परमाणु परीक्षण करने की क्षमता थी और उसने योजना भी बनाई थी। लेकिन तत्कालीन राष्ट्रपति जनरल जिया उल हक ने इस विचार का विरोध किया, क्योंकि इससे पाकिस्तान को मिल रहे उस अंतर्राष्ट्रीय सहायता में कटौती हो जाती, जो उसे अफगानिस्तान पर सोवियत संघ के कब्जे की वजह से मिल रहा थी। ‘डॉन’ ने खान के हवाले से कहा है, ‘‘हम लोग सक्षम थे और हमने वर्ष 1984 में परमाणु परीक्षण करने की योजना बनाई थी, लेकिन तत्कालीन राष्ट्रपति जनरल जिया ने इसका विरोध कर दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जनरल जिया का विचार था कि यदि पाकिस्तान ने परमाणु परीक्षण किया तो दुनिया पाकिस्तान की सैन्य सहायता रोक देगी।’’ खान ने यह भी कहा कि पाकिस्तान पांच मिनट में काहुता से नई दिल्ली को निशाना बनाने में समर्थ था।’’ काहुता पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक शहर है। खान ने यह भी कहा, ‘‘मेरी सेवा के बगैर पाकिस्तान कभी भी परमाणु शक्ति संपन्न पहला मुस्लिम राष्ट्र नहीं बन पाता। हम लोग बहुत कठिन परिस्थतियों में यह क्षमता हासिल करने में समर्थ थे, लेकिन हमने यह किया।’’ खान पाकिस्तान के परमाणु संपन्न देश बनने के अवसर यौम-ए-तकबीर पर एक सभा को संबोधित कर रहे थे।

इस्लामाबाद: पाकिस्तान वित्तीय विवाद के चलते अमेरिका से आठ एफ-16 लड़ाकू विमानों की खरीद संबंधी समझौते को संभवत: अंतिम रूप देने में विफल रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है । पाकिस्तान सरकार को इन लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए 24 मई तक स्वीकार्यता पत्र उपलब्ध कराने की जरूरत थी लेकिन डॉन न्यूज ने रिपोर्ट दी है कि दस्तावेज जारी नहीं किया गया जिससे पेशकश की अवधि समाप्त हो गयी। एक राजनयिक सूत्र के हवाले से दैनिक ने बताया, ‘पाकिस्तान ने राष्ट्रीय कोष से इसका पूर्ण वित्त पोषण नहीं करने का फैसला किया जिससे बिक्री की शर्ते अब समाप्त हो गयी हैं ।’ हालांकि अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत जलील अब्बास जिलानी ने दैनिक को बताया कि ‘अभी अंतिम सीमा समाप्त नहीं हुई है ।’ शुरुआत में आठ 16 सी : डी ब्लाक 52 बहुउद्देश्शीय लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए 70 करोड़ डॉलर के सौदे के कुछ हिस्से को अमेरिकी विदेशी सैन्य वित्त पोषण कार्यक्रम के तहत वित्तीय समर्थन दिया जाना था लेकिन कांग्रेस ने इस बिक्री में रियायत देने से इंकार कर दिया।

हिरोशिमा: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जापान के हिरोशिमा की अपनी ऐतिहासिक यात्रा के दौरान विश्व के पहले परमाणु हमले के पीड़ितों को शुक्रवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। ओबामा इस स्थल का दौरा करने वाले अमेरिका के पहले सत्तारूढ नेता बन गए। उन्होंने स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा, ‘71 वर्ष पहले आसमान से मौत गिरी थी और दुनिया बदल गई थी।’ ओबामा जब पुष्पांजलि अर्पित कर रहे थे तब वह उदास लग रहे थे। उन्होंने अपना सिर झुकाया हुआ था और पीछे हटने से पहले वह थोड़ा रूके और अपनी आंखें बंद की। उन्होंने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए देखा। उन्होंने कहा कि बम ने ‘यह दिखाया कि मानव जाति के पास स्वयं को नष्ट करने का जरिया है।’ उन्होंने कहा, ‘हम इस स्थान हिरोशिमा पर क्यों आये? हम उस भयावह ताकत के बारे में मंथन करने आये हैं जो हालिया अतीत में हमारे सामने घटित हुया था। हम मृतकों के प्रति शोक व्यक्त करने के लिए आये हैं।’ ओबामा ने कहा, ‘उनकी आत्माएं हमसे बात करती हैं, वे हमसे अपने भीतर झांकने के लिए कहती हैं, यह परखने के लिए कहती हैं कि हम कौन हैं।’

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