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बीजिंग: चीनी नेताओं ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ बैठकों में कहा कि भारत और चीन को अपने मतभेदों को उचित तरीके से सुलझाना चाहिए और शीर्ष नेताओं की रणनीतिक वार्ताओं के जरिए राजनीतिक भरोसे को मजबूत करना चाहिए। सरकारी संवाद समिति शिंहुआ ने कल यहां बताया कि चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने मुखर्जी के साथ बैठक में कल कहा, ‘दोनों पक्षों को आपसी मतभेदों से उचित तरीके से निपटना चाहिए।’ शी ने मुखर्जी को ‘अनुभवी राजनेता’ और ‘चीन का एक पुराना मित्र’ बताते हुए भारत के साथ रणनीतिक एवं सहकारी भागीदारी बढ़ाने का संकल्प लिया और प्रस्ताव पेश किया कि दोनों पक्ष देश के नेताओं के बीच सामरिक संवाद स्थापित करके और द्विपक्षीय वार्ता के विभिन्न तंत्रों का उपयोग करके राजनीतिक भरोसे को मजबूत करें। चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग ने मुखर्जी के साथ बैठक में कहा कि दोनों देशों के विकास ने एक दूसरे के लिए अवसर पैदा किए हैं। शिंहुआ ने कहा कि ली ने सुझाव दिया कि दोनों पक्ष चीन की ‘मेड इन चाइना 2025’ की मुहिम एवं ‘इंटरनेट प्लस’ की पहल को भारत की ‘मेक इन इंडिया’ एवं ‘डिजिटल इंडिया’ मुहिमों के साथ जोड़ें।

जापान: जी 7 देशों के नेताओं ने आज (शुक्रवार) कहा कि एशिया में समुद्र संबंधी बढ़ती चिंताएं परेशानी का सबब हैं और विवादों का समाधान वैध एवं शांतिपूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए। जी 7 के वाषिर्क शिखर सम्मेलन के अंत में जारी घोषणा पत्र की विषय वस्तु में किसी एक देश का जिक्र नहीं किया गया लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि इसका इशारा चीन की ओर था। लगभग संपूर्ण दक्षिण चीन सागर में बीजिंग के दावे ने उसके कुछ दक्षिणपूर्वी एशियाई पड़ोसियों को नाराज कर दिया है और इस जल क्षेत्र में नौवहन की आजादी पर खतरे संबंधी चिंताओं को जन्म दिया है। इस समुद्री क्षेत्र में ब्रुनेई, मलेशिया और वियतनाम के साथ साथ फिलीपीन भी अपना दावा पेश करता है। चीन द्वारा वहां छोटे द्वीपों के सैन्यीकरण ने देश की बढ़ती क्षेत्रीय ताकत को लेकर सीमा संबंधी आशंकाएं बढ़ा दी हैं और साथ ही आवश्यकता पड़ने पर इस दावे के समर्थन में उसके द्वारा बल प्रयोग किए जाने का खतरा भी बढ़ गया है।

वाशिंगटन: रियल एस्टेट मुगल डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी हासिल करने के लिए जरूरी 1,237 डेलीगेटों के जादुई आंकड़ें तक पहुंच गए और इस प्रकार वह नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी के एकमात्र दावेदार बन गए हैं। राज्यवार डेलीगेटों की गैर सरकारी गिनती करने वाली रियल क्लियर पॉलिटिक्स डॉट कॉम ने आज कहा कि ट्रंप के पास अब 1,238 डेलीगेटों का समर्थन हासिल है जो नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी के लिए 1,237 डेलीगेटों का समर्थन हासिल करने की संख्या से एक अधिक है। करीब साल भर पहले राजनीति में कदम रखने वाले 69 वर्षीय ट्रंप व्हाइट हाउस की दौड़ में अकेले रिपब्लिकन बचे हैं, जिसमें शुरूआती दौर में 17 उम्मीदवार मैदान में थे। अरबपति कारोबारी ट्रंप को जुलाई में क्लीवलैंड में चार वर्ष में एक बार होने वाले सम्मेलन में आधिकारिक रूप से जीओपी राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार नामित किया जाएगा। ट्रंप ने पिछले दिनों अपने विवादास्पद भाषणों के जरिए मीडिया की जमकर सुखिर्यां बटोरीं, जिनमें उन्होंने मैक्सिको वासियों को 'बलात्कारी' कहा, अमेरिका और मैक्सिको के बीच दीवार बनाने की बात कही और मुस्लिम प्रवासियों पर अस्थायी प्रतिबंध लगाने तक का बयान दे डाला।

गाजा पट्टी (फिलीस्तानी इलाका): इजरायली वायु सेना ने आज (गुरूवार) सुबह गाजा पट्टी पर हमला बोल दिया। यह हमला इस यहूदी राज्य को निशाना बनाकर किए गए रॉकेट हमले के जवाब में किया गया। सेना और फिलस्तीनी सूत्रों ने यह जानकारी दी। सेना ने एक बयान में कहा कि जिस रॉकेट से दक्षिणी इजरायल पर हमला किया गया था उससे कोई हताहत नहीं हुआ। यह कार्रवाई उसी हमले का जवाब थी । इजरायल वायु सेना ने ‘ दक्षिणी गाजा पट्टी पर दो हमास इलाकों को निशाना बनाया । ’ सेना के मुताबिक 2016 की शुरूआत से अभी तक गाजा पट्टी की ओर से नौ रॉकेट इस्राइल पर दागे जा चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘ गाजा पट्टी से किए गए सभी हमलों के लिए सेना हमास को जिम्मेदार ठहराती है। ’ फलस्तीनी सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि इस्राइल ने हमास के सैन्य इलाके नुसरत और राफा को निशाना बनाया जिससे कोई हताहत नहीं हुआ है।

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