ताज़ा खबरें
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

बीजिंग: चीन की राष्ट्रीय वेधशाला ने आज देश के उत्तरी हिस्से के कुछ इलाकों में भारी बर्फबारी या बर्फीली तूफान की आशंका के मद्देनजर ‘ब्लू अलर्ट’ जारी किया है।चीन की नेशनल मेट्रोलॉजिकल सेंटर (एनएमसी) ने अंदरूनी मंगोलिया, बीजिंग, तियानजिन और हेबेई में आज सुबह आठ बजे और कल सुबह आठ बजे भारी बर्फबारी का पूर्वानुमान जताया है। एनएमसी ने बताया कि इस दौरान बीजिंग और हेबेई के कुछ हिस्सों में बर्फीली तूफान आने की भी आशंका है। सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार इन क्षेत्रों में लोगों को घरों के अंदर रहने और बर्फबारी एवं जबरदस्त ठंड को देखते हुए सुरक्षात्मक एवं आपात उपाय करने के लिए सचेत किया गया है। चीन में मौसम के मिजाज को देखते हुए आपात एवं सामान्य स्थिति के लिए चार रंगों के प्रतीक वाली प्रणाली है जिसमें लाल रंग सबसे खतरनाक स्थिति के लिए, उससे कम खतरनाक स्थिति के लिए नारंगी रंग इसके बाद क्रमश: पीला और नीला रंग आता है।

काठमांडो: नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड ने रविवार को कहा कि बीते दशक में राजनीति में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल करने के बावजूद नेपाल की जनता की महत्वाकांक्षाएं अधूरी बनी हुई हैं। उन्होंने यह बात बर्बर माओवादी संघर्ष को खत्म करने वाले शांति समझौते के दस साल पूरे होने के मौके पर कही। प्रचंड ने शांति प्रक्रिया की दसवीं वषर्गांठ के मौके पर सरकारी ‘नेपाल टेलीविजन’ से कहा, ‘बीते दस वर्ष की समयावधि में वर्तमान शांति प्रक्रिया में मौलिक एवं गुणवत्ता संबंधी बदलाव देखे गये।’ उन्होंने कहा, ‘देश राजशाही से गणतंत्र में बदला और बीते दस वर्ष में एकांकी प्रणाली से संघीय व्यवस्था को अपनाया गया जो साधारण बात नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘‘यह सब शांति समझौते और शांति प्रक्रिया का नतीजा है।’ प्रचंड ने कहा कि हालांकि नेपाल की जनता की महत्वाकांक्षाएं अधूरी ही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अब हमारा ध्यान लोगों का जीवन बदलने पर होगा।’ उन्होंने कहा, ‘हमने शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये, दोनों सेनाओं को सफलतापूर्वक एक किया, हथियार व्यवस्थित किये , संविधान सभा के जरिये संविधान लागू किया.. और देश निर्माण के संबंध में कई काम पूरे किये जो बीते दशक को महत्वपूर्ण उपलब्धियों वाला बनाता है।’

लीमा: अमेरिका राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनके चीनी समकक्ष शी चिनफिंग की आखिरी मुलाकात हुई जिसमें चीनी नेता ने चेताया कि डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद दोनों महाशक्तियों के संबंध ‘उतार चढ़ाव के दौर’ में हैं। ट्रम्प का नाम लिए बिना शी ने उम्मीद जताई कि ओबामा ने उनके देश के साथ जिस रिश्ते को दुनिया में ‘सर्वाधिक महत्वपूर्ण’ बताया था उसमें ‘शांतिपूर्ण तरीके से बदलाव होगा।’ दोनों नेताओं की कल पेरू की राजधानी लीमा में ‘एशिया पैसेफिक इकोनॉमिक कोऑपरेशन’ (एपेक) शिखर सम्मेलन से अलग, मुलाकात हुई। चुनाव प्रचार के दौरान ट्रम्प ने चीन के खिलाफ कई बार कड़ा रूख अपनाते हुए बीजिंग पर जलवायु परिवर्तन की ‘‘शुरूआत करने’’ और कारोबारी नियमों में धांधली करने का आरोप लगाया था। ट्रम्प के पास मुद्दों के अभाव को लेकर हतप्रभ व्हाइट हाउस ने वैश्विक नेताओं से ट्रम्प को पूरी जानकारी हासिल करने के लिए कुछ समय देने का अनुरोध किया है। राष्ट्रपति पद पर ओबामा के कार्यकाल के दौरान अधिकतर समय चीन और अमेरिका के बीच सहयोग में धीमा सुधार हुआ और उन्होंने विवादों के परिणामों को सीमित करने की कोशिश की।

वॉशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप की कैबिनेट में निक्की हेली के एक दावेदार होने की रिपोर्टरों के बीच दक्षिण कैरोलिना की भारतीय अमेरिकी गवर्नर ने कहा है कि रिपब्लिकन पार्टी को समावेशी बनने की आवश्यकता है और वह प्रवासियों या अश्वेत लोगों को भूलने की गलती नहीं कर सकती। निक्की ने वाशिंगटन डीसी में कल कहा, ‘यदि हम प्रशासन चालने वाली एक शक्ति के रूप में प्रभावशाली तरीके से नेतृत्व करना चाहते हैं और स्थायी ताकत बने रहना चाहते हैं तो हमें यह बात स्वीकार करनी होगी कि डोनाल्ड ट्रंप का चुनाव उस तरीके का समर्थन नहीं करता जिस तरह रिपब्लिकन नेताओं ने स्वयं आचरण किया है।’ 44 वर्षीय रिपब्लिकन नेता ने कहा, ‘उन्होंने दोनों पार्टियों, एक राजनीतिक प्रणाली जो उनके मुताबिक मूल रूप से टूटा हुई है उसके खिलाफ चुनाव लड़ा। मतदाताओं ने उसके इस तर्क का भरपूर समर्थन किया। उन्होंने रिपब्किलन समेत सभी विचारधाओं के राजनीतिक वर्ग को खारिज कर दिया और इसके लिए कोई और नहीं, बल्कि स्वयं हम जिम्मेदार हैं।’ निक्की का बयान ऐसे समय आया है जब अटकलें लग रही हैं कि वह ट्रंप की कैबिनेट में या तो विदेश मंत्री या वाणिज्य मंत्री पद की शीर्ष दावेदार हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख