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संयुक्त राष्ट्र: भारत ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र को आतंकी समूहों तक सही संदेश पहुंचाने के लिए और प्रयास करने चाहिए क्योंकि कुछ आतंकी समूहों पर असंगत प्रतिबंध लागू करने से संयुक्त राष्ट्र के प्राधिकार पर सवालिया निशान लग रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र में भारतीय दूत सैयद अकबरूद्दीन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में कहा, ‘सही संदेश पहुंचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र को और प्रयास करने होंगे। कुछ आतंकी समूहों पर अनियमित प्रतिबंध लागू करने से संयुक्त राष्ट्र के प्राधिकार पर प्रश्नचिह्न लग रहे हैं और इस पर ध्यान देने की जरूरत है।’ भारतीय राजनयिक ने कहा, ‘प्रतिबंधित संगठन तालिबान के नेता को आतंकी व्यक्ति घोषित किया जाना चाहिए। अंतरराष्ट्रीय बिरादरी कार्रवाई का बेसब्री से इंतजार कर रही है।’ इस हफ्ते की शुरूआत में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रतिबंध समिति के प्रतिनिधिमंडल से तालिबान के नए नेता मुल्ला हैबतुल्ला (अखुंदजादा) और ऐसे ही अन्य लोगों को आतंकियों की सूची में शामिल करने की मांग की थी। अकबरूद्दीन ने कहा, ‘जब तक सुरक्षा परिषद और उसके अनुगामी संगठन वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ एकजुट प्रतिक्रिया का हिस्सा नहीं बनेंगे तब तक उन पर सदस्य देशों की मूलभूत प्राथमिकताओं से अलग-थलग होने का खतरा मंडराता रहेगा जिसका ताना-बाना आतंकी पहले ही तार-तार कर चुके हैं।’

इस्लामाबाद: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा है कि वह दिसंबर में अफगानिस्तान पर होने वाले ‘हार्ट ऑफ एशिया कान्फ्रेंस’ में शामिल होने के लिए भारत की यात्रा करेंगे और यह यात्रा भात-पाक के बीच के तनाव ‘खत्म’ करने का एक ‘अच्छा मौका’ होगा। अफगानिस्तान पर यह सम्मेलन तीन दिसंबर को अमृतसर में आयोजित होने वाला है। अगर अजीज इस सम्मेलन में आए तो वह 10 सितंबर के उरी आतंकवादी हमलों के बाद भारत की यात्रा करने वाले पहले वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी होंगे। इस हमले के बाद भारत नवंबर में प्रस्तावित दक्षेस शिखर सम्मेलन से हट गया था। अजीज ने मीडिया से कहा, ‘भारत ने दक्षेस शिखर सम्मेलन से हट कर पाकिस्तान में होने वाले इस सम्मेलन को बेकार कर दिया, उसके बरखिलाफ पाकिस्तान भारत में होने वाले हार्ट ऑफ एशिया में शिरकत कर इसका जवाब देगा।’ पीटीवी ने अजीज के हवाले से बताया, ‘यह तनाव खत्म करने एक अच्छा मौका है।’ रिपोर्ट में बताया गया है कि अजीज ने यह भी कहा कि वह खुद इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और वह भारत की ‘गलती’ नहीं दोहराएंगे जिसने दक्षेस शिखर सम्मेलन का बायकाट किया था। बहरहाल, अजीज ने कहा कि अभी यह तय नहीं है कि क्या वह सम्मेलन से इतर अपने भारतीय समकक्ष से मुलाकात करेंगे या नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत और पाकिस्तान के बीच के कश्मीर मुद्दे में हस्तक्षेप करते हैं और उसे हल कर देते हैं तो वह नोबेल पुरस्कार के पात्र होंगे।

शिकागो: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प की जीत के बाद हिजाब पहने महिलाओं पर हमले और धमकी दिए जाने की खबरों के बीच एक मुस्लिम छात्रा के हिजाब को सबके सामने कथित तौर पर उतरवाया गया और उसके एक सहपाठी ने उसके बालों के जूड़े को भी नीचे खींच दिया। यह घटना मिनेसोटा स्थित नॉर्थडेल मिडिल स्कूल की है। घटना के प्रकाश में आने के साथ अनोक-हेनेपिन स्कूल डिस्ट्रिक ने जांच की शुरू की। ‘काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशंस’ (सीएआईआर) ने इस घटना को हमला करार दिया है। सीएआईआर की मिनेसोटा शाखा ने एक बयान में कल कहा कि इस घटना को लेकर स्कूल डिस्ट्रिक के प्रतिक्रिया को लेकर चिंता जताई। यह घटना बीते शुक्रवार की है। छात्रा के परिवार ने सीएआईआर को सूचित किया कि छात्रा का एक सहपाठी उसके पीछे आया और उसका हिजाब हटा दिया और जमीन पर फेंक दिया, फिर उसके बालों को नीचें खींच दिया। घटना के समय वहां कई छात्र थे। सीएआईआर का आरोप है कि स्कूल डिस्ट्रिक ने कल तक इस घटना को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। सीएआईआर के पदाधिकारी जलानी हुसैन ने कहा, ‘‘स्कूल के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाना चाहिए कि आस्था या नस्ल से इतर सभी छात्रों को पढ़ाई का सुरक्षित माहौल मिले।’’

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आज (बुधवार) भारत की सीमा से लगे पंजाब प्रांत में रणनीतिक महत्व वाले एक स्थान पर चल रहे सैन्य अभ्यास का मुआयना किया और चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि उनका देश अपने दुश्मनों के किसी भी लालसापूर्ण और लापरवाही वाले कदम का मुंहतोड़ जवाब देगा। शरीफ ने भारत और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच पंजाब में बहावलपुर के खरपुर तामेवाली में सैन्य अभ्यास के समापन के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘सैन्य अभ्यास राद उल बर्क ने साबित किया है कि पाकिस्तान अपने दुश्मनों के किसी भी लालसापूर्ण और लापरवाही वाले कदम का मुकाबला करने के लिए तैयार है।’ उन्होंने कहा, ‘ये अभ्यास राष्ट्रीय सुरक्षा पर किसी भी खतरे का जवाब देने के लिए हमारे सशस्त्र बलों की तैयारी को झलकाते हैं।’ शरीफ के मुताबिक कोई देश अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा पर आने वाले खतरों को लेकर बेसुध नहीं रह सकता। अधिकारियों के अनुसार प्रधानमंत्री शरीफ इस समारोह के मुख्य अतिथि थे जिसमें प्रभावशाली सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ, चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी जनरल रशद महमूद और तीनों सेना प्रमुखों ने भी भाग लिया। सैन्य अभ्यास के दौरान जेएफ-17 थंडर लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर गनशिप और अल-खालिद टैंकों ने जमीन पर निर्धारित लक्ष्यों पर निशाना साधा। कुछ दिन पहले ही नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सात पाकिस्तानी जवान मारे गये थे।

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