काठमांडो: नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड ने रविवार को कहा कि बीते दशक में राजनीति में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल करने के बावजूद नेपाल की जनता की महत्वाकांक्षाएं अधूरी बनी हुई हैं। उन्होंने यह बात बर्बर माओवादी संघर्ष को खत्म करने वाले शांति समझौते के दस साल पूरे होने के मौके पर कही। प्रचंड ने शांति प्रक्रिया की दसवीं वषर्गांठ के मौके पर सरकारी ‘नेपाल टेलीविजन’ से कहा, ‘बीते दस वर्ष की समयावधि में वर्तमान शांति प्रक्रिया में मौलिक एवं गुणवत्ता संबंधी बदलाव देखे गये।’ उन्होंने कहा, ‘देश राजशाही से गणतंत्र में बदला और बीते दस वर्ष में एकांकी प्रणाली से संघीय व्यवस्था को अपनाया गया जो साधारण बात नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘‘यह सब शांति समझौते और शांति प्रक्रिया का नतीजा है।’ प्रचंड ने कहा कि हालांकि नेपाल की जनता की महत्वाकांक्षाएं अधूरी ही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अब हमारा ध्यान लोगों का जीवन बदलने पर होगा।’ उन्होंने कहा, ‘हमने शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये, दोनों सेनाओं को सफलतापूर्वक एक किया, हथियार व्यवस्थित किये , संविधान सभा के जरिये संविधान लागू किया.. और देश निर्माण के संबंध में कई काम पूरे किये जो बीते दशक को महत्वपूर्ण उपलब्धियों वाला बनाता है।’
महत्वपूर्ण उपलब्धियां के बावजूद नेपाल की जनता की महत्वाकांक्षाएं अधूरी: प्रचंड
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