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वॉशिंगटन: माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर ने वर्ष 2016 की दूसरी छमाही में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले 3.7 लाख से ज्यादा खातों को बंद कर दिया है। पिछले 18 माह में ट्विटर कुल छह लाख से ज्यादा खाते बंद कर चुकी है। एक रिपोर्ट के अनुसार ट्विटर ने कहा है कि वर्ष 2016 की दूसरी छमाही में उसने आतंकवाद का प्रसार करने वाले 3,76,890 खातों को बंद किया है। कंपनी ने कहा कि करीब-करीब तीन तिमाहियों में उसने जिन खातों को बंद किया है वह उसके खुद बनाए टूल से पकड़ में आए हैं। अमेरिकी मीडिया सीनेट की कल की खबर के अनुसार एक अगस्त 2015 के बाद उसने 6,36,248 ट्विटर खातों को बंद किया है। लंबे समय से अतिवादी और आतंकवादी संगठन ट्विटर का उपयोग राष्ट्रवाद, अलगाववाद और नस्लवाद इत्यादि फैलाने के लिए करते रहे हैं।

वॉशिंगटन: व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिका उत्तर कोरिया की ओर से परमाणु एवं बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों के बढ़ते खतरे के खिलाफ नये कूटनीतिक, सुरक्षा एवं आर्थिक विकल्पों को तलाश रहा है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने संवाददाताओं से कहा, ‘उत्तर कोरिया के परमाणु एवं बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों से उत्पन्न गंभीर एवं बढ़ते खतरे के खिलाफ अमेरिका अपने सहयोगियों के साथ मिलकर कूटनीतिक, सुरक्षा एवं आर्थिक उपायों की नयी श्रेणी तलाश रहा है।’ अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन की टिप्पणी के कुछ दिन बाद इस संबंध में व्हाइट हाउस का बयान सामने आया है। टिलरसन ने कहा था उत्तर कोरिया मिसाइल परीक्षणों को अंजाम देने समेत उकसावे वाले कई बर्ताव करता रहा है, जिससे संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों का कथित उल्लंघन हुआ है और इसी कारण उत्तर कोरिया को लेकर अमेरिका द्वारा अब तक बरता जा रहा सामरिक धैर्य अब जवाब दे रहा है। अमेरिकी कांग्रेस के सांसद एवं सदन की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष एड रॉयस ने उत्तर कोरिया के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों को और सख्त करने के लिये प्रतिनिधि सभा में द्विदलीय कानून पेश किया है। उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रमों को रोकने के लिये ‘कोरियन इंटरडिक्शन एंड मॉडर्नाइजेशन ऑफ सैंक्शंस एक्ट, एच.आर. 1644’ में प्रतिबंधों का विस्तार किया गया है और इसमें उत्तर कोरिया के दास श्रमिकों को रोजगार देने वाले देशों को भी निशाना बनाया गया है।

वॉशिंगटन: अमेरिकी रक्षा अधिकारियों ने आशंका जतायी है कि उत्तर कोरिया अगले कई दिनों में एक अन्य मिसाइल प्रक्षेपण कर सकता है। अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका ने अलग-थलग पड़े इस देश पर निगरानी बढ़ा दी है और उसने पूर्वी तटीय शहर वॉनसान में वीआईपी सीटों को बनाने के साथ-साथ मिसाइल लॉन्चर को भी देखा है। अधिकारियों ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि नये निगरानी यंत्रों में उपग्रह, ड्रोन और अन्य विमान शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र ने लंबी दूरी के मिसाइल परीक्षण करने को लेकर उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध लगाया है। उत्तर कोरिया ने कहा कि वह परमाणु आयुधों से लैस अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल विकसित करने के अंतिम चरण में है। यह बैलिस्टिक मिसाइल अमेरिका तक मार कर सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया आने वाले कुछ वर्षों में इस क्षमता को हासिल कर सकता है। इससे पहले उत्तर कोरिया ने इस महीने जापान के समुद्र में चार बैलिस्टिक मिसाइल दागी थीं। उत्तर कोरिया ने शनिवार को नये तरीके के उच्च गति वाले रॉकेट इंजन का जमीनी परीक्षण किया था। उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने कहा कि यह परीक्षण इंजन की क्षमता का पता लगाने के लिए था लेकिन हथियार विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी तकनीक उत्तर कोरियाई के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए भी लागू होती है।

वॉशिंगटन: अफगानिस्तान चाहता है कि अमेरिका तालिबान और इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ाई में सैन्य बलों की कमी को पूरा करने के लिए और बल अफगानिस्तान में भेजे। अफगानिस्तान के विदेश मंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी ने अफगानिस्तान में अमेरिका के शीर्ष कमांडर जॉन निकोल्सन की उस बात का स्वागत किया, जिसमें उन्होंने अमेरिका या गठबंधन के अन्य पक्षों से और कुछ हजार सैनिक युद्ध से प्रभावित इस देश में भेजने की बात कही थी। ट्रंप प्रशासन ने अब तक यह नहीं बताया है कि वह निकोल्सन की टिप्पणी की प्रतिक्रिया में और अधिक सैन्य बल अफगानिस्तान भेजेगा या नहीं। अफगानिस्तान में अभी 8,400 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। यहां अमेरिकी सैनिक आतंकवादियों से मुकाबला करने के लिए अभियान चला रहे हैं और अफगानिस्तान के सैनिकों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। अफगानिस्तान में 16 साल से युद्ध चल रहा है। काबुल के एक सैन्य अस्पताल पर इस महीने हुए भीषण हमले का हवाला देते हुए रब्बानी ने कहा कि अफगानिस्तान अपने सैन्य बलों की कमी को पूरा करने के लिए अमेरिका की मदद चाहता है।

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