ताज़ा खबरें

कीव: यूक्रेन में रूस के हमले के बढ़ते खतरे का असर अब भारत पर भी दिखने लगा है। यूक्रेन स्थित दूतावास ने भारतीयों से अपील की है कि वे देश छोड़कर निकल जाएं। दूतावास की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि खासतौर पर स्टूडेंट अस्थायी तौर पर लौट सकते हैं, जिनका ठहरना बहुत जरूरी नहीं है। दूतावास की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है, 'यूक्रेन के मौजूदा हालात को देखते हुए भारतीय नागरिक खासतौर पर छात्र अस्थायी रूप से जा सकते हैं, जिनका ठहरना बहुत जरूरी नहीं है।' इसके अलावा भारतीय नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे यूक्रेन की गैर-जरूरी यात्रा करने से बचें।

इसके अलावा भारतीय नागरिकों से कहा गया है कि वे यूक्रेन में अपना स्टेटस साझा करें। इसके अलावा किसी भी तरह की मदद की स्थिति में संपर्क करें ताकि उन तक पहुंचा जा सके। इस एडवाइजरी के आखिर में कहा गया है कि भारतीय दूतावास यूक्रेन में अपना सामान्य कामकाज जारी रखेगा ताकि यूक्रेन में मौजूद भारतीय नागरिकों को सेवाएं देना जारी रखा जा सके।

वाशिंगटन/कीव: वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि यूक्रेन से लगती सीमा पर रूस ने एक लाख नहीं बल्कि 1.30 लाख सैनिक तैनात कर रखे हैं। अमेरिका ने यह चेतावनी भी दी कि रूस इसी सप्ताह यूक्रेन पर हमला कर सकता है। इसे देखते हुए कुछ विमानन कंपनियों ने यूक्रेन की राजधानी कीव के लिए अपनी उड़ानें भी रद्द कर दी हैं। वहीं नाटो देशों ने हथियारों की नई खेप भी रूस से मुकाबले को भेजी है।

रूस द्वारा यूक्रेन के तीन तरफ से युद्धाभ्यास के दौरान बड़े बम गिराने की तैयारी की खबरों के बीच अमेरिका ने अपने चार बी-52 बॉम्बर लड़ाकू विमानों को ब्रिटेन में तैनात कर दिया है। इन विमानों ने परमाणु बम से लैस होकर भूमध्य सागर में यूक्रेन सीमा के आसपास उड़ान भी भरी है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये बमवर्षक नॉर्थ डकोटा से ब्रिटेन पहुंचे हैं और 3 सप्ताह तक यहीं बने रहेंगे।

इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से करीब एक घंटे तक बातचीत की। बाद में उनके सहयोगियों ने बताया कि जेलेंस्की ने बाइडन से कहा कि यूक्रेन के लोग रूसी सेना की ओर से संभावित हमले के मद्दे नजर भरोसेमंद संरक्षण में हैं।

वाशिंगटन: कोरोना वायरस के खिलाफ अमेरिकी फाइजर और मॉडर्ना एमआरएनए वैक्सीन की तीसरी खुराक यानी बूस्टर डोज़ की प्रभावशीलता चौथे महीने तक काफी हद तक कम हो जाती है। यूएस सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के एक नए अध्ययन में शुक्रवार को इसका खुलासा हुआ है। हालांकि, अब यह अच्छी तरह से डॉक्यूमेंटेड हो चुका है कि दो खुराक के बाद टीके की प्रभावशीलता कम हो जाती है, लेकिन बूस्टर डोज के बाद सुरक्षा की अवधि पर अपेक्षाकृत कम डॉक्यूमेंट्स प्रकाशित किए गए हैं।

नई स्टडी 26 अगस्त, 2021 से 22 जनवरी, 2022 तक इमरजेंसी डिपार्टमेंट या अर्जेंट केयर क्लिनिक में आए 241,204 से अधिक मरीजों और अस्पताल में भर्ती होने वाले कोविड के गंभीर 93,408 मरीजों ते आंकड़ों पर आधारित है।

इन मरीजों में वैक्सीन की प्रभावशीलता का अनुमान टीकाकृत और गैर टीकाकृत रोगियों के बीच कोविड पॉजिटिव टेस्टिंग एवं उनकी तुलना करके किया गया था।

वाशिंगटन: व्हाइट हाउस ने कहा है कि भारत क्वाड (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) को आगे बढ़ाने वाली ताकत और क्षेत्रीय विकास का इंजन है। उसने मेलबर्न में क्वाड समूह के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद यह बात कही है। भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया क्वाड के सदस्य देश हैं।

व्हाइट हाउस की प्रधान उप प्रेस सचिव कैरीन जीन पियरे ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम इस बात को मानते हैं कि भारत समान सोच रखने वाला साझेदार, दक्षिण एशिया एवं हिंद महासागर में अग्रणी, दक्षिण पूर्व एशिया में सक्रिय एवं उससे जुड़ा हुआ, क्वाड को आगे बढ़ाने वाली शक्ति और क्षेत्रीय विकास का एक इंजन है।''

उन्होंने मेलबर्न में हुई बैठक के बारे में कहा, ‘‘यह यूक्रेन में जारी रूस के संकट पर चर्चा करने का अवसर था। उन्होंने उस खतरे पर चर्चा की, जो रूस के कारण न केवल यूक्रेन के लिए, बल्कि क्षेत्र और दुनिया में सुरक्षा एवं समृद्धी का दशकों से आधार रही अंतरराष्ट्रीय नियम आधारित व्यवस्था के लिए पैदा हुआ है।''

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख