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कीव: यूक्रेन में रूस के हमले के बढ़ते खतरे का असर अब भारत पर भी दिखने लगा है। यूक्रेन स्थित दूतावास ने भारतीयों से अपील की है कि वे देश छोड़कर निकल जाएं। दूतावास की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि खासतौर पर स्टूडेंट अस्थायी तौर पर लौट सकते हैं, जिनका ठहरना बहुत जरूरी नहीं है। दूतावास की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है, 'यूक्रेन के मौजूदा हालात को देखते हुए भारतीय नागरिक खासतौर पर छात्र अस्थायी रूप से जा सकते हैं, जिनका ठहरना बहुत जरूरी नहीं है।' इसके अलावा भारतीय नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे यूक्रेन की गैर-जरूरी यात्रा करने से बचें।

इसके अलावा भारतीय नागरिकों से कहा गया है कि वे यूक्रेन में अपना स्टेटस साझा करें। इसके अलावा किसी भी तरह की मदद की स्थिति में संपर्क करें ताकि उन तक पहुंचा जा सके। इस एडवाइजरी के आखिर में कहा गया है कि भारतीय दूतावास यूक्रेन में अपना सामान्य कामकाज जारी रखेगा ताकि यूक्रेन में मौजूद भारतीय नागरिकों को सेवाएं देना जारी रखा जा सके।

इससे पहले पिछले महीने जनवरी में यूक्रेन में मौजूद भारतीय दूतावास ने एक फॉर्म जारी किया था। इस फॉर्म में 31 जनवरी तक सभी भारतीय नागरिकों से अपनी जानकारी इस फॉर्म में भरने की अपील की गई थी ताकि जल्द से जल्द भारतीयों तक आवश्यक सूचना और मदद पहुंचाई जा सके। 25 जनवरी को जारी इस फॉर्म को भारतीय दूतावास ने अपने ट्विटर पर पिन किया हुआ है। भारतीय दूतावास ने कहा था कि वो किव में स्थिति पर नज़दीक से नज़र बनाए हुए है।

भारत से पहले अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देशों की ओर से अपने नागरिकों को यूक्रेन न जाने की सलाह दी जा चुकी है। यही नहीं कुछ देशों ने तो अपने दूतावासों से गैर-जरूरी स्टाफ को वापस भी बुलाना शुरू कर दिया है। फिलहाल यूक्रेन में युद्ध का संकट मंडरा रहा है और रूस ने एक लाख से ज्यादा सैनिकों और बड़े पैमाने पर हथियारों का जमावड़ा कर लिया है।

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