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नई दिल्‍ली: क्या किसी धर्म को मानने वाले को किसी दूसरे धर्म के धार्मिक स्थल में प्रवेश की इजाजत दी जा सकती है, वो भी वहां, जहां के धार्मिक स्थल की परंपरा, मान्यता हो और मंदिर के बाहर बोर्ड पर स्पष्ट तौर पर लिखा हो कि ग़ैर धर्म के व्यक्ति धार्मिक स्थल में प्रवेश नहीं कर सकते। सुप्रीम कोर्ट ने इसी बाबत एमिकस गोपाल सुब्रमण्यम से 5 सितंबर तक सुझाव मांगे हैं। कोर्ट ने पुरी के जगन्नाथ मंदिर से विचार करने को कहा है कि वो दूसरे धर्म के लोगों को भी मंदिर में प्रवेश पर विचार करे।

सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से पैनल बनाने को कहा जो देशभर के हिंदू मंदिरों में दूसरे धर्मों के लोगों को प्रवेश की इजाजत के पहलू पर विचार करेगा। ये पैनल हर धर्म के लोगों के लिए ड्रेस कोड पर भी विचार करेगा। पैनल देश भर के मंदिरों में श्रद्धालुओं के शोषण को रोकने के उपायों को देखेगा। केंद्र इसकी रिपोर्ट 31 अगस्त कर कोर्ट को सौंपेगा। पुरी के जगन्नाथ मंदिर में भगवान के दर्शन को सुलभ बनाने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने एमिकस गोपाल सुब्रमण्यम से पूछा कि क्या किसी धार्मिक स्थल जहां किसी दूसरे धर्म के व्यक्ति का प्रवेश प्रतिबंधित हो, उसे प्रवेश की इजाजत दी जा सकती है।

भुवनेश्वर: भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर निशाना साधा और उनसे सत्ता में 18 वर्षों तक रहने और केन्द्र से चार लाख करोड़ रुपये की धनराशि मिलने के बावजूद ओडिशा को विकसित नहीं कर पाने पर पद छोड़ने को कहा। शाह ग्राम पंचायतों के भाजपा पदाधिकारियों के माइक्रो प्रबंधन समूह-शक्ति केन्द्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केन्द्र की भाजपा नीत राजग सरकार अब तक राज्य को चार लाख करोड़ रुपये दे चुकी हैं लेकिन बीजद इसका इस्तेमाल करने में विफल रही है।

उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने ओडिशा का विकास करने के लिए कई कदम उठाये है लेकिन अब तक लक्ष्यों को पूरा नहीं किया गया है क्योंकि राज्य सरकार विभिन्न कार्यक्रमों और परियोजनाओं को समुचित ढंग से लागू करने में विफल रही है। शाह ने ओडिशा में आज राज्य के नेताओं के साथ बंद कमरे में बैठक की ताकि चुनावी रणनीतियों को दुरूस्त किया जा सके। उन्होंने ओडिशा में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए 147 में से 120 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।

भुवनेश्वर: भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) ने शहर में खुले में शौच करने वालों पर 50 रूपये का जुर्माना लगाने का फैसला किया है। नगर निगम के अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि यह निर्णय बीएमसी की बैठक में लिया गया। जुर्माना स्थानीय वार्ड स्वच्छता समिति या स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाया जाएगा। बीएमसी के मेयर ए एन जेना ने बताया कि शहर को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) बनाने के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में यह कदम उठाया गया है। जेना ने यह भी घोषणा की कि जुर्माने के संग्रह पर नए कानून के बारे में लोगों को जागरूक करने और पूरे शहर को साफ रखने के लिए पूरे शहर में जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाएगा।

गौरतलब है साल की शुरुआत में मुंबई नगर निगम ने भी अपने यहां कुछ ऐसा ही नियम लागू किया था। इसके तहत महाराष्ट्र में खुले में शौच करते पाए जाने पर पांच सौ रुपये का जुर्माना लगाया गया था। राज्य सरकार द्वारा तैयार किये गए नये नियमों में यह बात कही गई थी। इतना ही नहीं, सरकार ने सार्वजनिक स्थलों पर कचरा फेंकने, थूकने और मूत्र त्याग करने पर भी जुर्माने की दरें तय की थी।

नई दिल्ली: ओडिशा के श्री जगन्नाथ पुरी मंदिर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनकी पत्नी सविता कोविंद से बदसलूकी का मामला सामने आया है। एक रिपोर्ट के अनुसार मंदिर के सेवादारों ने राष्ट्रपति और उनकी पत्नी के साथ बदसलूकी की। कोविंद और उनकी पत्नी तीन महीने पहले 18 मार्च को मंदिर दर्शन के लिए गए थे, लेकिन इस घटना का खुलासा मंदिर प्रशासन की बैठक के मिनट्स सामने आने के बाद हुआ। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मंदिर में सेवादारों के एक समूह ने कथित रूप से गर्भगृह के करीब राष्ट्रपति का रास्ता रोक लिया और उनकी पत्नी को धक्का दिया।

बैठक को लेकर जारी मिनट्स के अनुसार, राष्ट्रपति और उनकी पत्नी सविता कोविंद ठीक से दर्शन कर सकें, इसलिए सुबह 6.35 बजे से 8.40 बजे तक अन्य श्रद्धालुओं के लिए मंदिर बंद रखा गया था। इस दौरान कुछ सेवादारों और सरकारी अधिकारियों को ही राष्ट्रपति और उनकी पत्नी के साथ मंदिर जाने की अनुमति दी गई थी। जब राष्ट्रपति पुरी जगन्नाथ मंदिर के सबसे निचले हिस्से में रत्न सिंहासन के पास पहुंचे, तो एक सेवादार ने कथित तौर पर उन्हें रास्ता नहीं दिया। वहीं जब राष्ट्रपति और उनकी पत्नी दर्शन कर रहे थे, तो कुछ सेवादारों ने कथित रूप से दोनों को कोहनी मारी।

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