ताज़ा खबरें
विपक्षी दलो ने भारतीयों के निर्वासन के अमेरिकी तरीके पर उठाए सवाल
पीएम मोदी बोले- कांग्रेस सरकार की नाकामी पर हिंदुओं ने गाली सुनी
भारतीयों के साथ अमेरिकी व्यवहार पर संसद में हंगामा, लोकसभा स्थगित
अमेरिका ने भारतीयों को किया डिपोर्ट - हथकड़ी लगा संसद पहुंचा विपक्ष
जनगणना में विलंब से सामाजिक 'नीतियों-कार्यक्रमों' को नुकसान: कांग्रेस

रामपुर: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल किया कि अगर सूर्य नमस्कार और नमाज एकसमान हैं तो क्या मुख्यमंत्री नमाज पढ़ना चाहेंगे। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कि मुस्लिमों द्वारा पढ़ी जाने वाली नमाज सूर्य नमस्कार के विभिन्न आसनों की तरह लगती है, आजम खान ने कहा, ‘अगर उन्होंने ऐसी टिप्पणियां की होतीं तो उन्हें हथकड़ियां पहना दी गई होतीं।’ आजम ख़ान ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल किया, ‘चूंकि आपको सूर्य नमस्कार और नमाज में समानताएं लगती हैं, क्या आप नमाज पढ़ना चाहेंगे?’ सपा महासचिव ने कहा कि वह यह नहीं समझ पा रहे हैं कि मुस्लिमों द्वारा पढ़ी जाने वाली नमाज किस तरह से सूर्य नमस्कार के समान है। उन्होंने इस टिप्पणी के पीछे आदित्यनाथ की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि कोई भी आदित्यनाथ को नमाज पढ़ने से नहीं रोकेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कट्टरवाद की राजनीति कर रहे हैं। वे विकास की तरफ ध्यान न देकर जाति और धर्मगत राजनीति को बढ़ावा दे रहे हैं।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद आदित्यनाथ योगी ने आज (गुरूवार) पहली बार प्रदेश विधानसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सदन को चर्चा का मंच बनाना है और यूपी को नंबर एक राज्य बनाना है । उन्होंने कहा, 'मेरी सरकार विपक्ष से भेदभाव नहीं करेगी। लोकतंत्र में किसी को भी भेदभाव महसूस नहीं होना चाहिए।' योगी ने कहा, 'चुनावों में हम एक-दूसरे के खिलाफ थे, लेकिन अब एक साथ उत्तर प्रदेश के लिए काम करना है। हमें उम्मीदों पर खरा उतरना है। उत्तर प्रदेश की 22 करोड़ जनता के बारे में सोचना है। सत्ता पक्ष और विपक्ष लोकतंत्र के दो महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। दोनों मिलकर एक साथ कार्य कर सकें। हम सभी का लक्ष्य एक ही होना चाहिए।जनता की समस्या के समाधान में विपक्ष भी सहयोग करे।' उन्होंने कहा, 'प्रदेश की जनता ने विकास के लिए हमें मौका दिया है, ऐसे में हमें इस मौके का फायदा उठाना चाहिए। विकास दर और उत्तर प्रदेश के आम जन की समस्या को देखा जाए तो हम अभी बहुत पीछे हैं। क्या यह हो सकता है कि यह सदन चर्चा का एक मंच बन सके। उच्च लोकतांत्रिक मूल्यों का एक आदर्श बन सके।' सीएम योगी ने कहा हम आशा करते हैं कि विधानसभा शांति पूर्ण ढंग से चलेगी और प्रदेश के विकास के लिए काम करेगी। इससे पहले हृदयनारायण दीक्षित को सर्वसम्मति से यूपी विधानसभा का नया स्पीकर चुना गया।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अवैध बूचड़खानों पर चल रही कार्रवाई के मुद्दे पर गुरुवार शाम मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से मीट कारोबारियों ने मुलाकात की। सीएम आवास पर चली इस बैठक में प्रदेश के प्रवक्ता और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह भी शामिल हुए। बैठक के बाद सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि सरकार ने अफसरों को आदेश दिए हैं कि वे जाति या धर्म देखकर कार्रवाई न करें। उन्होंने आगे कहा कि ये सरकार पूर्वाग्रह से काम नहीं कर रही है। सिद्धार्थनाथ सिंह ने आगे कहा कि मीटिंग में मौजूद सभी मीट कारोबारियों ने सीएम योगी समर्थन किया। इसके अलावा कहा कि भारतीय नागरिक के तौर पर सभी की जिम्मेदारी है कि कुछ भी अवैध न होने दिया जाए। सिद्धार्थनाथ सिंह ने आगे कहा कि मीट कारोबारी एनजीटी के आदेश का पालन करें। वहीं, मीट कारोबारी सिराजुद्दीन कुरैशी सीएम से मिलने के बाद मीडिया से कहा कि मीट कारोबारी काम पर लौटेंगे। हड़ताल पर जाने के बाद कई मीट कारोबारियों ने दूसरे धंधे शुरू कर दिए हैं। कुछ कारोबारियों ने चाय बेचना भी शुरू कर दिया है। मुजफ्फरनगर के रहने वाले नजाकत बताते हैं कि उनके पास बूचड़खाने का लाइसेंस था, इसके बावजूद प्रशासन ने जबरदस्ती बंद करा दिया।

लखनऊ: जबलपुर से हजरत निजामुद्दीन जा रही महाकौशल एक्सप्रेस गुरुवार को रात करीब सवा दो बजे महोबा के सूपा और कुलपहाड़ के बीच दुर्घटनाग्रस्त हो गई। ट्रेन के चार एसी कोच पलट गए और तीन जनरल कोच पटरी से उतर गए। इसमें गार्ड कोच भी शामिल है। दुर्घटना से करीब 200 मीटर रेल पटरी पूरी तरह उखड़ गई, पटरी का बड़ा हिस्सा करीब 200 मीटर दूर जाकर गिरा। दुर्घटना में 150 से ज्यादा यात्री घायल हुए जिसमें से 6 गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सीएम ने सिद्धार्थनाथ सिंह से घटनास्थल पर जाने के आदेश दिए हैं। जंगल के बीच अंधेरे में दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन में फंसे यात्री बचाव के लिए चिल्लाते रहे लेकिन उनको राहत चार बजे के बाद मिल पायी जब महोबा के स्थानीय अधिकारी वहां पहुंचना शुरू हुए। पुलिस ने पलटे एसी कोचों के अंदर फंसे यात्रियों को बाहर निकालना शुरू किया, करीब पांच बजे और अफसरों और आसपास जिलों की पुलिस पहुंचने के बाद यात्रियों को निकालने का काम तेजी से शुरू हुआ। बसों से यात्रियों के महोबा जिला अस्पताल और झांसी भेजा गया। बांदा के डीआईजी ने मौके पर पहुंच कर राहत कार्य की कमान संभाली, साथ ही झांसी से रेलवे की विशेष राहत टीम रवाना की गई। स्वास्थ्य महकमे के अफसरों को मौके पर बुला लिया गया और रेलवे अफसरों ने कमान संभाल ली। प्रारम्भिक जांच में दुर्घटना का कारण पटरी चटका होना बताया जा रहा है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख