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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यूपीपीएससी से हुई नियुक्तियों को लेकर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने सपा सरकार (2012) में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) से हुईं सभी भर्तियों की सीबीआई जांच कराने के आदेश दिए हैं। योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में भाषण देते हुए अखिलेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कहा, भर्तियों में गड़बड़ी के दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीएम ने पिछली सपा सरकार के कामों की चर्चा करते हुए कहा कि अगर यह लोग फिर सत्ता में आते तो कर्मचारी वेतन न पाते। पिछली सरकार ने काफी फ़िज़ूलख़र्ची की थी। जातिवादी व परिवारवाद की राजनीति ने यूपी को विकास में बहुत पीछे धकेल दिया। इसके अलावा सीएम योगी अदित्यनाथ ने बजट पर चली चर्चा का जवाब देते हुये बताया कि उनकी सरकार को खजाना खाली मिला, फिर भी बिना टैक्स लगाए किसानों का कर्जमाफी की।

लखनऊ: यूपी विधानसभा में विस्फोटक मिलने की खबरों के बाद एफएसएल आगरा की जांच का हवाला देते हुए ऐसी ख़बरें आई थी कि यूपी विधानसभा में जो विस्फोटक मिला था, वह पीईटीएन नहीं था। अब सरकार की ओर से सफाई आई है कि विस्फोटक को जांच के लिए एफएसएल आगरा भेजा ही नहीं गया था, क्योंकि वहां जांच के लिए ज़रूरी मशीनें नहीं थीं। विधानसभा में मिले विस्फोटक की एसएफएसएल लखनऊ में जांच हो रही है, जिसमें इसे पीईटीएन होने के संकेत मिले हैं। जांच के मुताबिक़, विस्फोटक पानी में आसानी से घुलनेवाला नहीं है, साथ ही इसमें नाइट्रेट की मौजूदगी भी है हालांकि पीईटीएन की पुष्टि के लिए एसएफएसएल लखनऊ में दो और टेस्ट हो रहे हैं, जिसकी रिपोर्ट गुरुवार तक आने की उम्मीद है। दरअसल, उत्तर प्रदेश विधानसभा में पीईटीएन विस्फोटक पदार्थ पाए जाने के मामले की जांच एनआईए को सौंपे जाने के बाद आतंकवाद रोधी स्क्वायड ने विधान भवन में नियुक्त कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ कर बयान दर्ज किए थे। विधानसभा में विस्फोटक मिलने के बाद हर कोई हैरान है। विधानसभा की सुरक्षा में सेंध का यह सबसे बड़ा मामला है।

कानपुर: राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद और विपक्षी उम्मीदवार मीरा कुमार में से कोई भी जीते, उत्तर प्रदेश का औद्योगिक शहर कानपुर चर्चा में रहेगा। दरअसल, कोविंद कानपुर के कल्याणपुर में रहते हैं जबकि मीरा का ननिहाल शहर में है। 71 वर्षीय कोविंद का जन्मस्थान कानपुर देहात का है लेकिन अब कानपुर नगर ही उनका घर है। बेहद साधारण पृष्ठभूमि से आए कोविंद एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने से पहले तक बिहार के राज्यपाल थे। कानपुर नगर के महर्षि दयानंद विहार में कोविंद के पड़ोसी उन्हें ऐसे सौम्य और मृदुभाषी व्यक्ति के रूप में जानते हैं जो सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास करता है। वर्ष 2006 से 2008 तक राज्यसभा सांसद रहे कोविंद के जनसंपर्क अधिकारी अशोक द्विवेदी का कहना है कि कोविंद बहुत साधारण परिवार से हैं और कड़ी मेहनत एवं समर्पण के बल पर यहां तक पहुंचे हैं। उनके अनुसार, कोविंद जमीन से जुड़े नेता होने की वजह से भोजन भी बहुत सादा ही पसंद करते हैं। दूसरी ओर, राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार का ननिहाल कानपुर में है। पिछले शुक्रवार को लखनऊ आईं मीरा उत्तर प्रदेश के साथ अपना रिश्ता बताने के दौरान अपने ननिहाल का जिक्र करना नहीं भूलीं।

औरैया: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि विधानसभा में विस्फोटक मिलना सुरक्षा में बड़ी चूक है। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले की सख्त और सूक्ष्म जांच कराए। सपा विधायक की सीट के पास विस्फोटक मिलने पर अखिलेश बोले कि विपक्ष के लोगों को सरकार को सुरक्षा देनी चाहिए। अपनी सुरक्षा की गाड़ी वापस लिए जाने पर उन्होंने कहा, भाजपा सरकार चाहे तो मैं साईकिल से भी चल सकता हूं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बहुत खराब है। अखिलेश अछल्दा ब्लॉक के इटैली गांव में एक निजी समारोह में शामिल होने आए थे। गौरतलब है कि यूपी विधानसभा में गुरुवार को कार्यवाही के दौरान विस्फोटक बरामद होने के बाद से सुरक्षा को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे। योगी आदित्यनाथ ने इसे आतंकी साजिश करार देते हुए इसकी जांच एनआईए से कराने की मांग की थी।

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