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नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने काम में लापरवाही बरतने वाले कई केंद्रीय अधिकारियों को पिछले दिनों उनके पद से हटा दिया था। अब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उन्हीं के रास्ते पर चल पड़े हैं। खबर है कि उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के एक, और बिजली विभाग के दो अधिकारियों को काम में लापरवाही बरतने के कारण उनके पद से हटा दिया है। इसमें एसडीएम सदर महाराजगंज भी शामिल हैं। स्वास्थ्य अधिकारी गोरखपुर डिवीजन से जुड़े हैं जहां गत वर्षों में जापानी बुखार के चलते सैकड़ों बच्चों की मौत हो गई थी।

हटाए गए अधिकारियों के अलावा, देवरिया, कुशीनगर और महाराजगंज के सीएमओ और डिप्टी सीएमओ के कामकाज से भी असंतुष्टि जाहिर की गई है। इन अधिकारियों से उनके खराब प्रदर्शन के लिए जवाब मांगा गया है। यह जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय के द्वारा ट्विटर के माध्यम से साझा की गई है। दरअसल, पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर बीआरडी अस्पताल में गत वर्षों में जापानी बुखार के चलते सैकड़ों बच्चों की मौत हो गई थी।

शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में बिजली के ट्रांसफॉर्मर को लेकर दो पक्षों के बीच हुए विवाद को सुलझाने गए पुलिसकर्मियों पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस घटना में दो दारोगाओं समेत 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया कि पुवायां थाना क्षेत्र के नत्थापुर गांव में शनिवार देर रात ट्रांसफॉर्मर लगाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने पुलिसकर्मियों पर धावा बोल दिया।

उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने पथराव किया और लाठी-डंडों से हमला किया। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचायी। सूत्रों ने बताया कि घटना में दारोगा रहमत अली और जगदीश राठी तथा 10 सिपाही घायल हुए हैं। उन्हें अस्पताल भेजा गया है। पुलिस ने इस मामले में 41 ग्रामीणों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है और इनमें से नौ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पूर्व आयकर आयुक्त संजय कुमार श्रीवास्तव के उत्तर प्रदेश में नोएडा स्थित आवास और कार्यालय पर छापेमारी की है। सीबीआई के सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि श्रीवास्तव के खिलाफ ठगी, धोखाधड़ी और अनुचित लाभ हासिल करने का आरोप है। इसी के मद्देनजर सीबीआई ने श्रीवास्तव के खिलाफ मामला दर्ज किया है और छापेमारी की है। सूत्रों के अनसार, घर और दफ्तर पर की गई छापेमारी में काफी दस्तावेज तथा इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य भी बरामद हुए हैं। इस दौरान सीबीआई को करीब दो करोड़ 47 लाख के आभूषण, 16 लाख 44 हजार रुपये नकद और 10 लाख की घडिय़ां भी मिली है। श्रीवास्तव और परिवार के बैंक खातों में एक करोड़ 30 लाख रुपये पाए गए हैं।

सीबीआई अधिकारी सम्पत्तियों से संबंधित दस्तावेज एवं अन्य साक्ष्यों की जांच कर रहे हैं। छापे में श्रीवास्तव के बैंक लॉकर्स होने की बात भी सामने आई है। भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के अधिकारी श्रीवास्तव उन कई आयकर अधिकारियों में शामिल थे, जिन्हें सरकार ने हाल ही में अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त कर दिया था।

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है कि भाजपा जनता को बहकाने वाली योजनाएं बनाने और उन्हें प्रचारित करने में माहिर है। जमीनी हकीकत में भले ही वे सफल न हों, किन्तु कागजी आंकड़ों और बयानों में उनका जवाब नहीं। सच्चाई यही है कि भाजपा की तमाम योजनाएं सिर्फ कुछ दिनों के प्रचार के बाद ही दम तोड़ देती है। उनका स्वच्छता अभियान नारों-भाषणों और विज्ञापनों तक ही सीमित है।अखिलेश यादव ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि किसी लक्ष्य की प्राप्ति अच्छी नीयत और ईमानदार प्रयास से ही होती है। वर्तमान सत्ताधारी जनता के प्रति निष्ठावान नहीं हैं। वे जनसेवा के लिए नहीं, सत्ताभोग की राजनीति कर रहे हैं।

अखिलेश ने कहा कि सत्ता में पहली बार आते ही भाजपा सरकार में स्वच्छ भारत अभियान शुरू हुआ था। इसके होहल्ले में कई नामी गिरामी लोग झाड़ू लगाते दिखे और कई तो इसके एम्बेस्डर भी बन गए थे। कुछ दिन जोरदार विज्ञापन छपे फिर यह अभियान स्मार्टसिटी बनाओ, और घर-घर (शौचालय) ‘इज्जतघर‘ बनाओ के नारों में सिमट गया। स्मार्ट सिटी की लिस्ट सामने नहीं आई। शौचालयों में पानी न होने से वे बेकार हो गए।

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