ताज़ा खबरें
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर नौ महीने बाद पृथ्वी पर सुरक्षित लौटे

लखनऊ: यूपी में भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने हाथरस कांड को लेकर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को पत्र लिखकर मामले में यूपी डीजीपी, हाथरस के पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने पत्र की प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भी भेजी है।

विधायक ने पत्र में लिखा है कि भारत की आजादी के बाद यह पहली घटना है जिसमें पुलिस प्रशासन ने शीर्ष अधिकारियों के इशारे पर एक कथित दुष्कर्म एवं वीभत्स तरीके से कई गई हत्या के मामले में बिना परिवार को भरोसे में लिए शोकाकुल परिजनों से अर्थी को कंधा देने व मुखाग्नि देने तक का अधिकार छीनते हुए सनातन धर्म के मूल्यों एवं अंतिम क्रिया-कर्म को तिलांजलि देने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में सूर्यास्त के उपरांत अंतिम संस्कार की मनाही है। उन्होंने पत्र में डीजीपी, पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी पर विपक्ष के नेताओं के साथ मिलकर प्रदेश सरकार की छवि खराब करने का आरोप लगाया है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हाथरस में युवती के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। इस मामले में पीड़िता की मौत के बाद प्रशासन द्वारा आनन फानन में अंतिम संस्कार करने की खबरों पर संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने कहा है कि एक क्रूरता अपराधियों ने पीड़िता के साथ दिखाई और इसके बाद जो कुछ हुआ, अगर वो सच है तो उसके परिवार के दुखों को दूर करने की बजाए उनके जख्मों पर नमक छिड़कने के समान है। 

हाईकोर्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पहले से ही ये तय किया है कि जीवन ही नहीं बल्कि मृत्यु के बाद गरिमापूर्ण ढंग से अंतिम संस्कार भी एक मौलिक अधिकार है। मृतक के शव को उनके घर ले जाया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। हमारे समक्ष मामला आया जिसके बारे में हमने संज्ञान लिया है यह केस सार्वजनिक महत्व और सार्वजनिक हित का है क्योंकि इसमें राज्य के उच्च  अधिकारियों पर आरोप शामिल है। जिसके परिणामस्वरूप न केवल मृतक पीड़ित बल्कि उसके परिवार के सदस्यों की भी मूल मानवीय और मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होता है।

भदोही: उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध की एक के बाद एक घटनाएं सामने आ रही हैं। हाथरस मामले को लेकर पूरे देश में उबाल है। वहीं बलरामपुर की घटना भी शर्मसार करने वाली है। इसी बीच भदोही जिले से एक दलित किशोरी के साथ दरिंदंगी की खबर सामने आई है। जिले के गोपीगंज इलाके में एक 14 साल की दलित किशोरी की सिर कुचलकर नृशंस हत्या कर दी गई है। मामले में रेप की आशंका जताई जा रही है।

मिली जानकारी के मुताबिक, भदोही जिले में गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी 14 वर्षीय दलित किशोरी गुरुवार को दोपहर अचेतावस्था में घर से कुछ दूर स्थित बाजरे के खेत में मिली। अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बेटी की रेप के बाद हत्या करने की बात कही। उसके सिर को बुरी तरह कुचला गया था, जबकि शरीर से कपड़े गायब थे। उधर, घटना की जानकारी के बाद मौके एसपी रामबदन सिंह व कुछ देर बाद आईजी पियूष बरनवाल पहुंचे। शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

लखनऊ: हाथरस की दलित युवती के साथ हुई हैवानियत और मौत से पूरे देश में आक्रोश है। इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन का दौर भी जारी है। इसी बीच मेडिकल रिपोर्ट के बाद विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) की रिपोर्ट भी सामने आ गई है। उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि एफएसएल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई है। मेडिकल रिपोर्ट में भी रेप की पुष्टि नहीं हुई थी।

गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा, 'पीड़ित युवती का पोस्टमार्टम दिल्ली में हुआ था। परिवारजनों की सहमति के बाद पीड़िता का अंतिम संस्कार कराया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गले की चोट और उसके कारण हुए ट्रॉमा को मौत का कारण बताया गया है। इसी बीच विधि विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट भी प्राप्त हो गई है। इसमें स्पष्ट रूप से बताया गया है कि जो सैंपल इकट्ठे किए गए थे, उसमें किसी तरह का स्पर्म या शुक्राणु नहीं पाया गया है।'

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख