अमरोहा: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और यूपी एटीएस की बड़ी टीम यूपी के अमरोहा के सैदपुरा गांव में छापेमारी कर रही है। आईएसआईएस के नए मॉड्यूल मामले में हाल में ही दो भाइयों को यहां से गिरफ़्तार किया गया था, जो फ़िलहाल एनआईए की हिरासत में हैं। इससे पहले रविवार को भी अमरोहा और दिल्ली के जाफ़राबाद और सीलमपुर इलाके में छापेमारी की गई थी और पांच लोगों को हिरासत में लिया था।
ख़बरों के मुताबिक इनके पास से हथियार और आईएसआईएस के पोस्टर बरामद हुए थे। पिछले हफ़्ते ही एनआईए और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने अमरोहा और दिल्ली में ही छापेमारी कर नए मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। इस दौरान 10 लोगों को गिरफ़्तार किया गया था। जिनके पास से भारी मात्रा में खतरनाक हथियार और विस्फोटक सामग्री मिलने की बात सुरक्षा एजेंसियों ने की थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पिछले महीने इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के एक नए मॉड्यूल हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम का पदार्फाश होने के सिलसिले में उत्तर प्रदेश के अमरोहा के सैदपुर इम्मा गांव में सोमवार की देर रात एनआईए की टीम ने फिर छापेमारी की।
सुबह तक चली छापेमारी में एनआईए टीम को पाकिस्तानी हैंडलर अबू मलिक पेशावरी की सरपरस्ती में देश में आतंक का जाल बिछा रहे आईएस के नए माड्यूल हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम के सरगना अमरोहा निवासी सुहैल के आतंकवाद के नए माड्यूल के सदस्य भाइयों सईद और रईस के घर से आईएसआईएस के झंडे बरामद हुए हैं। एनआईए की टीम ने छापेमारी के दौरान ग्राम प्रधान को भी अपने साथ रखा।
अमरोहा में 26 दिसंबर को एनआईए और एटीएस ने जिन चार संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा था, उनमें से एक मोहल्ला मुल्लाना का सुहैल ही आईएस के इस नए माड्यूल का कर्ताधर्ता बताया गया। उसी पर माड्यूल का नेटवर्क बढ़ाने का जिम्मा था। सूत्रों के अनुसार एनआईए की पूछताछ में पता चला है कि सुहैल इसके लिए सोशल नेटवर्क पर अबू बसीर अल-खुरासानी के नाम से सक्रिय था। यह भी पता चला है कि उसके साथ ही अमरोहा में पकड़े गए सैदपुर इम्मा निवासी रईस और सईद तथा नौबतखाना के इरशाद सोशल मीडिया पर किसी एक महिला के संपर्क में थे। इस महिला को आईएस के नए माड्यूल में अहम कड़ी माना जा रहा है।
पुलिस को मिले कई सबूत
खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी और रिमांड में की गई पूछताछ के बाद जुटाए गए इनपुट के आधार पर एनआईए की टीम ने पिछले दिनों से ही अमरोहा में डेरा जमा लिया था और अपनी छापेमारी को लेकर तैयारी कर रहे थे। नए साल के स्वागत के लिए देर रात तक चले जश्न का शोर थमने के बाद एनआईए की टीमों ने अपनी छापेमारी शुरू की। एनआईए की टीम ने सैदपुर इम्मा गांव की घेराबंदी कर ली और रईस व सईद के घरों की तलाशी ली। दो घंटे से ज्यादा देर तक चली कार्रवाई में खुफिया एजेंसियों को तमाम सुबूत मिले हैं।
घर से मिला बारूद पीसने का उपकरण
सूत्रों की मानें, इस कार्रवाई के दौरान एनआईए की टीम के साथ सईद व रईस भी मौजूद थे। आरोपियों की निशानदेही पर उनके घर से कई संदिग्ध वस्तुएं बरामद की गईं। घर से बारूद पीसने के उपकरण के साथ ही दीवार पर आईएसआईएस लिखा मिला है। इसके साथ ही आईएसआईएस के झंडे भी दोनों के घर से मिले हैं। सुबूत जुटाने के बाद भोर होते ही एनआईए की टीम रवाना हो गईं। इस दौरान ग्राम प्रधान को भी टीम ने कार्रवाई के दौरान साथ में लिया। हालांकि मीडिया को इस पूरी कवायद से अलग रखा जा रहा है और उसे कोई जानकारी भी नहीं दी जा रही है।
ग्रामीणों में बढ़ रहा है रोष
एनआईए की टीम की बार-बार छापेमारी को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश पनपने लगा है। ग्रामीणों का आरोप है एनआईए की टीम दोनों निर्दोषों को फंसाने के लिए सुबूत जुटा रही हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि सईद और रईस के घर से मिले सिलबट्टों पर विस्फोटक पीसने का मनगढ़ंत और झूठा दावा अफसर कर रहे हैं।