लखनऊ: गुजरात के पाटीदार आरक्षण नेता हार्दिक पटेल ने उत्तर प्रदेश सरकार को 'बाबाओं की सरकार' बताया। उन्होंने कहा कि वे (भाजपा) केंद्र और प्रदेश में सरकार होने के बावजूद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं कर पा रहे हैं। हार्दिक प्रदेश के सीतापुर जिले में अगले माह दिसंबर में होने वाले युवा और किसान सम्मेलन की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे थे। इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि हार्दिक होंगे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव तक उत्तर प्रदेश में ऐसे कई सम्मेलन होंगे।
अपनी संक्षिप्त लखनऊ यात्रा के दौरान हार्दिक ने कहा कि, 'उत्तर प्रदेश में बाबाओं की सरकार है, वह जनता का थोड़े ही भला करती है। मुख्यमंत्री गोरखपुर के पीठाधीश्वर हैं। उन्हें वहां भगवान की सेवा करनी चाहिए। भगवान की सेवा करते हैं फिर भी कहां कुछ कर नही पा रहे हैं।' एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी चुनाव लड़ने के बारे में कुछ नहीं सोचा है। हार्दिक पटेल ने कहा कि भाजपा नीत सरकारों का साढ़े 10 साल का शासन हो गया है। 6 साल की अटल बिहारी वाजपेयी नीत सरकार और साढे़ चार साल की वर्तमान केंद्र सरकार।
उन्होंने कहा कि इन साढ़े 10 साल में राम मंदिर का कुछ हो ही नहीं पाया? उन्होंने कहा कि 'फिर भी (वे) कहते हैं कि कांग्रेस ने 78 साल में क्या किया? अच्छा हुआ कांग्रेस ने स्कूल-कॉलेज बनवाये। अगर कांग्रेस सरकार ने यह मूर्तिया बनवाई होती तो यह आईआईटी वगैरह कहां होते? मुझे लगता है कि मेरे देश का सारा युवा ऑस्ट्रेलिया-अमेरिका चला जाता।'
उत्तर प्रदेश में जिलों के नाम बदलने के सवाल पर पाटीदार आंदोलन के नेता ने कहा, 'मेरा भी नाम राम कर दो राम राज्य आ जायेगा। अगर नाम बदलने से देश का भला होता है तो देश के 125 करोड़ लोगों में से किसी का नाम राम कर दो किसी का नाम लक्ष्मण कर दो, किसी का नाम दशरथ रख दो तो राम राज्य आ जाएगा और देश का कल्याण हो जाएगा।'