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लखनऊ: शिक्षा मित्रों को समायोजित करने के मुद्दे पर शुक्रवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच हुई नोकझोंक के बाद सपा ने विधान परिषद से बहिर्गमन किया। सपा ने नियम 105 के तहत शिक्षा मित्रों के समायोजन का मुद्दा उठाया। सपा के संजय कुमार मिश्रा, आनन्द भदौरिया, राजेश यादव आदि ने नियम 105 के तहत शिक्षा मित्रों के समायोजन का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि सरकार शिक्षा मित्रों का शोषण कर रही है। नरेश चन्द्र उ‌त्तम व डा. असीम यादव ने कहा कि सपा सरकार ने एक लाख 26 हजार शिक्षा मित्रों को समायोजित कर दिया था लेकिन भाजपा सरकार ने उन्हें फिर से शिक्षा मित्र बना दिया। बीती जनवरी से अब तक 56 शिक्षा मित्रों की मौत हो चुकी है।

मामला सुप्रीम कोर्ट में

इस पर अधिष्ठाता यज्ञदत्त शर्मा ने कहा कि पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट में है, लिहाजा इसमें सरकार अभी क्या कर सकती है। इस पर संजय कुमार मिश्रा ने कहा कि जब दूसरे मामले में सरकार अध्यादेश ला सकती है तो यह सवा लाख से अधिक परिवारों से जुड़ा मामला है, इस पर अध्यादेश क्यों नहीं।

इसके जवाब में नेता सदन डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकार शिक्षा मित्रों के मामले में पूरी तरह से संवेदनशील है। इस पर नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने गलत एफिडेविड देकर शिक्षा मित्रों के मामले को उलझा दिया है। इसके बाद सपा के सारे सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।

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