ताज़ा खबरें
किसान संगठन और सरकार के बीच छठे दौर की बातचीत भी रही बेनतीजा
यूएसएड पर ट्रंप बोले-'21 मिलयिन डॉलर मेरे दोस्त पीएम मोदी को' मिले

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज कहा कि देश चाहता है कि अगले लोकसभा चुनाव के बाद नया प्रधानमंत्री बने, इसलिये नौजवानों की लड़ाई देश को नया प्रधानमंत्री देने की होगी, ताकि हमारा देश खुशहाल हो सके। अखिलेश ने समाजवादी लोहिया वाहिनी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक से इतर संवाददाताओं से कहा कि देश की जनता बदलाव चाहती है। ना सिर्फ उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश की जनता महंगाई का सामना कर रही है। नौजवानों ने बेरोजगारी देख ली है, किसानों को धोखा मिला है, व्यापारी नोटबंदी और जीएसटी से परेशान हैं। देश चाहता है कि नया प्रधानमंत्री बने, इसलिये नौजवानों की लड़ाई देश को नया प्रधानमंत्री देने की होगी, ताकि हमारा देश खुशहाल हो सके।

भाजपा पर देश को असल मुद्दों से भटकाने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि "भ्रमित करने की ताकत सिर्फ भाजपा के पास है। झूठ फैलाना, साजिश करना, लोगों के बीच नफरत फैलाना, इसमें उन्हीं को डिग्री हासिल है। वे बेहद पेशेवर लोग हैं। सवाल यह है कि आखिर गरीबी, बेरोजगारी पर कोई बात क्यों नहीं हो रही है। भाजपा ने 2014 के चुनाव में जो वादे किये, उन पर अमल के बारे में कोई बात क्यों नहीं की जा रही है।"

अखिलेश ने कहा " प्रदेश के किसान अब भी सरकार द्वारा कर्जमाफी का इंतजार कर रहे हैं। महोबा और हमीरपुर में अभी-अभी किसानों ने आत्महत्या की है। नौजवानों को नौकरी नहीं मिली। यह सरकार नौकरी दे भी नहीं पाएगी। लाखों लाख खाली पद हैं। हम इंतजार कर रहे हैं कि पुलिसकर्मियों के वे खाली पद कब भरे जाएंगे।"

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में हमने 11 मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप बांटे थे। हम सरकार को याद दिलाना चाहते हैं कि भाजपा ने अपने घोषणापत्र में बिना भेदभाव के सभी बच्चों को लैपटॉप बांटने का वादा किया था। इस सरकार का पहला और दूसरा बजट पेश हो चुका और अनुपूरक बजट भी निकल गये लेकिन छात्र अब भी लैपटॉप का इंतजार कर रहे हैं। पिछली सरकार द्वारा लैपटॉप वितरण में भेदभाव किये जाने के भाजपा के आरोप पर उन्होंने कहा कि इससे बड़ा झूठ कोई बोल नहीं सकता। मैं कह रहा हूं कि जिन बच्चों को हमने लैपटॉप दिये, वर्तमान सरकार उन सबसे वापस ले लें। गिन ले, जांच कर ले, सच्चाई सामने आ जाए, उसके बाद फिर बांट दे।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख