कन्नौज: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को दलितों के लिए अल्पसंख्यक संस्थानों में आरक्षण की मांग की। उनका कहना है कि जब बनारस हिंदू विश्वविद्यालय दलितों को आरक्षण दे सकते हैं तो फिर अल्पसंख्यक संस्थान क्यों नहीं। मुख्यमंत्री योगी ने दलित हितों की वकालत करने वाले सभी लोगों से मांग की है कि वो इस मुद्दे को उठाएं। सीएम ने कहा कि अगर बीएचयू में दाखिले में दलितों को आरक्षण दिया जा सकता है तो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया मिलिया में ऐसा क्यों नहीं हो सकता।
योगी आदित्यनाथ ने यूपी के कन्नौज में कांग्रेस पर हमला करते-करते एएमयू और जामिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि 'एक प्रश्न यह भी उनसे पूछा जाना चाहिए कि जो कह रहे हैं कि दलितों का अपमान हो रहा है कि आखिर दलित भाइयों को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में भी आरक्षण देने का लाभ मिलना चाहिए। वे इस बात को उठाने का कार्य कब करेंगे।'
दरअसल संविधान के मुताबिक अल्पसंख्यक शैक्षिक संस्थान एससी/एसटी आरक्षण के दायरे से बाहर हैं। लेकिन मौजूदा सरकार उन्हें अल्पसंख्यक संस्थान नहीं मानती. जिसे लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट में है। संविधान के अनुच्छेद 30 (1) के मुताबिक अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों को एससी/एसटी आरक्षण से छूट है, लेकिन भाजपा सरकार एएमयू और जामिया के अल्पसंख्यक स्थिति के खिलाफ है।