लखनऊ: उन्नाव गैंगरेप केस में सीबीआई की ताबड़तोड़ कार्रवाई से विधायक खेमे में खलबली है। भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर प्रकरण की जांच कर रही सीबीआई ने विधायक की पत्नी के सरकारी गनर और विधायक पक्ष के चार दूसरे लोगों को लखनऊ बुलाकर पूछताछ की है। विधायक के भाई की दूसरी कार सीज किए जाने के बाद वो लोग भी सीबीआई की जांच के दायरे में आ गए हैं, जो किशोरी के पिता की पिटाई के समय इस कार में बैठे थे। पीड़ित के चाचा और मां की ओर से विधायक पक्ष के कई और लोगों को किशोरी के पिता की पिटाई में शामिल होने और पुलिस पर दबाव बनाकर उल्टी कार्रवाई कराने में शामिल होने का आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र दिया गया था।
खबरों के मुताबिक, सीबीआई जल्द ही इन आरोपियों को बुलाकर दोबारा पूछताछ कर सकती है। आपको बता दें कि सीबीआई की ओर से मंगलवार (19 जून) को विधायक के छोटे भाई की फार्च्यूनर कार सीज किए जाने के बाद वह लोग भी जांच के दायरे में आएंगे जो 3 अप्रैल की शाम किशोरी के पिता की पिटाई की घटना के समय विधायक के भाई के साथ इस गाड़ी से पहुंचे थे।
मंगलवार (19 जून) शाम को सीबीआई की एक टीम माखी गांव पहुंची। जहां सबसे पहले वो थाने पहुंची जहां सीबीआई ने कुछ लोगों से थाने में पूछताछ की।
जानकारी के मुताबिक, उनसे पूछताछ के बाद टीम गांव के लिए रवाना हुई और कुछ ही देर बाद एक काले रंग की फॉर्च्यूनर गाड़ी को थाने पहुंचाकर, जिसे जीडी में दाखिल करा दिया। जयदीप यानि अतुल सिंह रेप पीड़ित के पिता की हत्या के मामले में नामजद हैं। हांलाकि इस मामले में सीबीआई की तरफ से कोई मामला नहीं दर्ज करवाया गया है। आपको बता दें कि रेप और पीड़िता के पिता की हत्या के मामले में सीबीआई बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर सहित 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।