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बेंगलूर: जनता दल सेक्यूलर (जेडीएस) के सुप्रीमो एच डी देवगौड़ा ने सोमवार को कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में खंडित जनादेश के बाद उन्होंने राज्य में कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार का समर्थन करने की पेशकश की थी, लेकिन कांग्रेस ने ही एच डी कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाने पर जोर दिया। देवगौड़ा ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और अशोक गहलोत के साथ करीब घंटे भर चली चर्चा में उन्हें बताया गया कि कांग्रेस आलाकमान ने कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री पद के लिए समर्थन देने का फैसला किया है।

पूर्व प्रधानमंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया, ‘कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलोत और मेरे बीच चर्चा हुई थी। मैंने उनसे कहा कि आप (सरकार) बनाएं, मुझे कोई समस्या नहीं है। उन्होंने जोर दिया कि कुमारस्वामी ही मुख्यमंत्री बनें और यह उनके आलाकमान का फैसला है।’ विभागों के बंटवारे और किसानों की कर्ज माफी के मुद्दों पर नवगठित कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन में मतभेदों की खबरों के बीच देवगौड़ा ने संकेत दिए किसानों को राहत देने के वादे को पूरा करना मुश्किल होगा। गौरतलब है कि मतभेदों के कारण ही अब तक कुमारस्वामी मंत्रिपरिषद का विस्तार नहीं हो सका है।

बेंगलुरु: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं नव निर्वाचित कांग्रेस विधायक सिद्दू न्यामागौडा का आज तड़के बागलकोट जिले में एक सड़क हादसे में निधन हो गया। जिला पुलिस अधीक्षक वमशीकुमार ने बताया कि न्यामागौडा गोवा से अपने निर्वाचन क्षेत्र जमखंडी जा रहे थे तभी एक लॉरी से टक्कर से बचने के प्रयास में उनकी कार सड़के किनारे एक दीवार से टकरा गई।

उन्होंने बताया कि 70 वर्षीय विधायक दिल्ली में थे और कार में अपने निर्वाचन क्षेत्र जाने से पहले विमान से गोवा पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि गंभीर रूप से घायल होने के कारण न्यामागौडा का मौके पर ही निधन हो गया। न्यामागौडा के परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटे और तीन बेटियां हैं। पीवी नरसिम्हा राव के मंत्रिमंडल में वह केंद्रीय मंत्री रहे।

बेंगलुरू: कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी जेडीएस ने विधानसभा चुनावों के दौरान लोगों से पूर्ण जनादेश मांगा था, जो नहीं मिला। इस वजह से आज वह कांग्रेस की कृपा पर हैं। कुमारस्वामी ने कहा, 'मेरी पार्टी ने अकेले सरकार नहीं बनाई है। मैंने लोगों से ऐसा जनादेश मांगा था कि मुझे उनके अलावा किसी और के दबाव में नहीं आने दे। लेकिन मैं आज कांग्रेस की कृपा पर हूं। मैं राज्य के साढ़े छह करोड़ लोगों के दबाव में नहीं हूं।'

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य केन्द्रीय मंत्रियों से मुलाकात के लिए दिल्ली की अपनी यात्रा से पहले उन्होंने एक बार फिर कहा कि कृषि लोन माफी उनकी पहली प्राथमिकता है क्योंकि उन्होंने इसका वादा किया था। कुमारस्वामी ने कहा कि अगर वह ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो इस्तीफा दे देंगे। हालांकि, उन्होंने लोगों से कहा कि उनकी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, जिसका मतलब है कि मतदाताओं ने उन्हें और उनकी पार्टी को खारिज कर दिया है।

नई दिल्ली: कर्नाटक में गठबंधन सरकार के गठन को कई दिन गुजरने के बावजूद कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) में मंत्रालयों को लेकर गतिरोध बरकरार है। इस सिलसिले में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के साथ चर्चा की है। मुख्यमंत्री कुमारस्वामी सोमवार को दिल्ली पहुंच रहे हैं। ऐसे में वह कांग्रेस नेताओं से भी मिल सकते हैं। कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) के बीच कई अहम मंत्रालय खासकर वित्त और गृह मंत्रालय को लेकर विवाद है। यह दोनों मंत्रालय कांग्रेस अपने पास रखना चाहती है। पर जेडीएस तैयार नहीं है। इसके साथ अन्य मंत्रालयों को लेकर भी दोनों पार्टियों के बीच मतभेद है। इसलिए, कुमारस्वामी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार लगातार टल रहा है।

पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से इस मुद्दे पर चर्चा की है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि शुरुआत में कांग्रेस के चार-पांच वरिष्ठ मंत्री जेडीएस के मंत्रियों के साथ शपथ ले सकते हैं। पार्टी के कोटे से अन्य मंत्रियों को जून के दूसरे सप्ताह में शपथ दिलाई जाएगी। क्योंकि, पार्टी मंत्रिमंडल में सभी क्षेत्रों के प्रतिनिधित्व के साथ जातीय समीकरणों को भी ध्यान रखना चाहती है। ताकि, सभी वर्गों में संदेश दिया जा सके।

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