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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली: कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में 20 से अधिक मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की और पार्टी के कोटे से शपथ लेने वाले नेताओं की सूची को अंतिम रूप दिया गया। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामैया, पार्टी के राज्य प्रभारी केसी वेणुगोपाल, उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर, कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार और दिनेश गुंडुराव ने राहुल गांधी से मुलाकात की।

सूत्रों का कहना है कि एक घंटे से अधिक समय तक चली इस मुलाकात के दौरान बुधवार को होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यरूप से चर्चा की गई। दोनों पार्टियों के बीच हुए समझौते के अनुसार कांग्रेस कोटे से 22 और जेडीएस कोटे से मुख्यमंत्री सहित 12 मंत्री होंगे। सूत्रों का कहना है कि बुधवार को कांग्रेस कोटे से करीब 12 और जेडीएस कोटे से 8 मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। जेडीएस महासचिव कुंवर दानिश अली ने बताया कि बसपा के एकमात्र विधायक एन महेश भी कल शपथ लेंगे।

बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी ने मंगलवार को कहा कि राज्य में जदएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार के पहले चरण के मंत्रिमंडल विस्तार में जदएस के कम से कम नौ विधायकों को शामिल किया जायेगा। कुमारस्वामी ने मंत्रिमंडल के पहले चरण के विस्तार के बारे में पूछे जाने पर यहां कहा, मंत्रिमंडल विस्तार के पहले चरण में जदएस के आठ से नौ विधायकों को शामिल किया जायेगा। दो से तीन स्थान रिक्त होंगे। उन्होंने मंत्रिमंडल में सीटों और विभागों के आवंटन को लेकर जदएस विधायकों के बीच किसी भी तरह के मतभेदों को भी खारिज किया और कहा कि पार्टी अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा को अगले चरण के मंत्रिमंडल विस्तार के लिए पूरी आजादी दी गयी है।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, मंत्रिमंडल में सीटों और विभागों के बंटवारे को लेकर हमारे विधायकों के बीच कोई मतभेद नहीं है। दरअसल उन्होंने भावी मंत्रिमंडल का चयन करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष को पूरी आजादी दे दी है। कुमारास्वामी ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सभी विधायकों को सुशासन कायम करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, मंगलवार को हमारी विधायकों से बैठक हुई। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सभी विधायकों को सलाह दी है कि वह राज्य के विकास और सुशासन देने के लिए मंत्रिमंडल के साथ सहयोग करें।

नई दिल्ली: कर्नाटक में गठबंधन सरकार के कामकाज के निर्बाध और सुचारू रूप से संचालन के लिए कांग्रेस और जेडीएस ने 5 सदस्यीय समन्वय एवं निगरानी समिति का गठन किया हैं पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया इस समिति के चेयरमैन और जेडीएस के राष्ट्रीय महासचिव कुंवर दानिश अली संयोजक होंगें समिति में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर और कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी केसी वेणुगोपाल भी शामिल हैंं। कांग्रेस और जेडीएस ने यह भी तय किया है कि दोनों दलों के चुनावी घोषणापत्र में किए गए वादों के आधार पर 'शासन के लिए साझा एजेंडा' जल्द तैयार किया जाएगा और इसे जनता के बीच पेश किया जाएगा।

गतिरोध खत्म करने के लिए किया गया समिति का गठन

जेडीएस महासचिव दानिश अली ने कहा कि बेंगलुरू में दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं ने विभागों के बंटावरे से जुड़े गतिरोध को खत्म करने के साथ ही इस समिति का गठन किया और शासन के लिए साझा एजेंडा तैयार करने पर सहमति जताई। दोनों दलों के बीच सहमति बनी है कि यह समिति महीने में कम से कम एक बार बैठक करेगी और राज्य के सभी विधायी बोर्डों/निगमों में नियुक्तियों को भी इस समन्वय समिति द्वारा स्वीकृति प्रदान की जाएंगी।

बेंगलूरू: सीबीआई ने आज तड़के बेंगलूरू, कनकपुर और रामनगर में पांच जगहों पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं सांसद डी के सुरेश से जुड़े कुछ लोगों के आवासों एवं एक कार्यालय पर छापे मारे। सुरेश कर्नाटक में कांग्रेस-जद (एस) विधायकों को हाल में एकजुट रखने के लिये चर्चा में आए विधायक डी के शिवकुमार के भाई हैं। छापेमारी ने तब राजनीतिक रंग ले लिया जब विधायक शिवकुमार, उनके सांसद भाई डीके सुरेश ने इसे उन्हें फंसाने के लिए भाजपा नीत केंद्र सरकार की ''बदले की कार्रवाई बताया।

सीबीआई ने कहा कि यह छापेमारी इन आरोपों पर की गई कि रामनगर स्थित कॉर्पोरेशन बैंक के मुख्य प्रबंधक बी प्रकाश ने चलन से बाहर कर दिए गए 10 लाख रुपये मूल्य के नोटों को कुछ अज्ञात लोगों के साथ मिलीभगत से 14 नवंबर 2016 को नए नोटों से बदला था। प्रकाश और अन्य पर आरोप है कि उन्होंने जाली मांग पर्ची बनाकर इसे छिपाने की भी कोशिश की।

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