नई दिल्ली: कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने हाल ही में एक बयान दिया था कि वह कांग्रेस की कृपा से कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने हैं। कुमारस्वामी ने अब अपने इस बयान पर सफाई दी है। सफाई पेश करते हुए उन्होंने कहा है कि उनका मतलब लोगों का अनादर करना नहीं था। बल्कि इस बात पर बल देना था कि यह सहयोगी दल की इच्छा पर निर्भर करता है कि वह कब तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे।
राष्ट्रीय राजधानी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और शीर्ष कांग्रेस नेताओं से मुलाकात करने वाले कुमारस्वामी ने कहा कि वह कृषि रिण माफी को लेकर प्रतिबद्ध हैं, अन्यथा राजनीति से संन्यास ले लेंगे। उन्होंने लोगों से भाजपा की साजिश में नहीं फंसने की अपील की। कुमारस्वामी ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री हूं, जिस पर राज्य के साढ़े छह करोड़ लोगों की जिम्मेदारी है। मैं कांग्रेस की कृपा पर हूं, से मेरा तात्पर्य था कि मैं तभी तक मुख्यमंत्री के पद पर हूं , जब तक उनका समर्थन मेरे साथ है। साथ ही किसी भी कार्यक्रम को चलाने के लिए मुझे उनके समर्थन की आवश्यकता होगी और मैंने ऐसा ही कहा है।
बता दें कि सोमवार को कुमारस्वामी ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी। पीएम मोदी के साथ राष्ट्रीय राजधानी में मुलाकात के बाद कुमारस्वामी ने संवाददाताओं से कहा कि, मैंने स्पष्ट तौर पर कहा कि मैं किसानों के ऋण माफ करूंगा। चुनाव के वक्त हमने यह वादा किया था कि मैं इसे 24 घंटे के अंदर करूंगा। यह बिल्कुल सच है। आपको कम से कम सामनेवाले को सांस लेने के लिए भी कुछ वक्त देना चाहिए। आज, मेरी कुछ सीमाएं हैं। कुमारस्वामी ने आगे कहा कि अगर मैं ऐसा नहीं करता हूं तो मैं यह साफ तौर पर कहता हूं कि मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा। आप क्यों नहीं कुछ वक्त का इंतजार करते हैं?