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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली: कुछ समय पहले खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने 'हम फिट तो इंडिया फिट' चैलेंज शुरू किया था। इसी चैलेंज के तहत टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चैलेंज किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विराट कोहली के फिटनेस चैलेंज को स्वीकार करते हुए ट्विटर पर एक वीडियो जारी किया है, जिसमें वह योग और एक्‍सरसाइज करते दिख रहे हैं। इस वीडियो में पीएम मोदी पार्क में कई तरह के अभ्यास करते दिख रहे हैं। आपको बता दें कि विराट कोहली ने 23 मई को एक्सरसाइज का एक वीडियो शेयर करते हुए अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा, क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी और पीएम नरेंद्र मोदी को फिटनेस चैलेंज दिया था।

इस फिटनेस चैलेंज का पूरा करते हुए पीएम मोदी ने आगे ये फिटनेस चैलेंज कुमारस्वामी के अलावा टेबल टेनिस प्लेयर मनिका बत्रा को भी दिया है। इसके अलावा पीएम मोदी ने देशभर के उन सभी आईपीएस अफसरों को भी फिटनेस चैलेंज दिया है जिनकी उम्र 40 साल से अधिक है। वहीं केन्‍द्रीय मंत्री राज्‍यवर्धन राठौर ने बहुत कम प्रधानमंत्री ऐसे है जो अपनी फिटनेस वीडियो लोगों के साथ शेयर करते हैं।

बेंगलुरू: कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन सरकार के लिए अच्छी खबर आई है। राजधानी बेंगलुरु की जयनगर विधानसभा सीट पर हुए चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की जीत हुई है। सुबह 8 बजे से वोटों को गिनती शुरू हुई थी। 16 राउंड तक कांग्रेस ने 54457 और भाजपा को 51568 वोट मिले थे। इसके बाद कांग्रेस ने ये सीट जीत ली। कांग्रेस को मिली शुरुआती बढ़त के बाद ही कांग्रेस समर्थकों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया था।इस सीट पर 11 जून को मतदान हुआ था. चुनाव आयोग के मुताबिक, जयनगर के कुल 216 पोलिंग बूथों पर 55 फीसद मतदान दर्ज किया गया था।

बता दें, इस सीट से चुनाव लड़ रहे भाजपा के नेता और मौजूदा विधायक बीएन विजय कुमार का मतदान से कुछ दिन पहले ही निधन हो गया था। इसकी वजह से चुनाव आयोग ने मतदान स्थगित कर दिया था। जयनगर विधानसभा सीट से कांग्रेस ने सिद्धारमैया सरकार में गृह मंत्री रहे रामालिंगा रेड्डी की बेटी सौम्या रेड्डी को उतारा था। सौम्‍य के पक्ष में जेडीएस ने इस सीट पर अपना उम्‍मीदवार नहीं उतारा। वहीं, भाजपा ने अपने दिवंगत विधायक बीएन विजयकुमार के भाई बी.एन प्रहलाद को टिकट दिया था।

बेंगलुरू: कर्नाटक के उच्च शिक्षा मंत्री जीटी देवगौड़ा ने सोमवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री और पार्टी उनका विभाग बदलने पर सहमत हो गए हैं। समझा जाता है कि वह अपने विभाग को लेकर जद(एस) नेतृत्व से नाराज हैं। गौड़ा ने कहा कि हमारे क्षेत्र के किसानों और लोगों ने कहा कि अगर मैंने मंत्रालय लिया तो मैं उनके मुद्दों का समाधान नहीं कर पाऊंगा। इसलिए उन्होंने मुझे मंत्रालय बदलने का दबाव बनाया, मैंने कोई प्रदर्शन नहीं होने दिया। संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कल रात मैंने जब कुमारन्ना (मुख्यमंत्री कुमारस्वामी) से बात की तो वह सहमत हो गए।

राष्ट्रीय अध्यक्ष (एच डी देवेगौड़ा) और कुमारन्ना तथा अन्य नेताओं की बैठक हुई और वे विभाग बदलने के लिए सहमत हो गए हैं। याद दिला दें कि कर्नाटक में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की ओर से मंत्रालयों के बंटवारे के बाद जेडीएस में अंसतोष के स्वर सुनाई देने लगे थे। पार्टी के दो मंत्रियों ने अपने विभागों से नाराजगी जताई थी। जी टी देवगौड़ा और सीएस पुत्ताराजू सौंपे गए विभाग को लेकर नाखुश थे। जीटी देवगौडा को उच्च शिक्षा और पुत्ताराजू को लघु सिंचाई विभाग दिया गया है।

बेंगलुरू: कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद शुरू हुआ विवाद बढ़ता ही जा रहा है। मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से नाराज कांग्रेस के कई विधायक विद्रोह करने के मूड में हैं। जाहिर है कुमारस्वामी सरकार के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। सूत्रों की मानें तो करीब 15 से 20 कांग्रेसी विधायकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंत्रिमंडल विस्तार होने के बाद हर दिन किसी न किसी विधायक ने सार्वजनिक तौर पर अपना विरोध जताया है। कहा तो ये भी जा रहा है कि जेडीएस के कुछ मंत्री भी अपने पोर्टफोलियो से नाराज हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा खुश होने की स्थिति में भाजपा और उसके वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस के विद्रोह पर बीएस येदियुरप्पा का कहना है, यदि कांग्रेस और जेडीएस के नाराज विधायक भाजपा ज्वाइन करने का फैसला करते हैं तो उनका स्वागत है। कांग्रेस के पूर्व मंत्री और नाराज विधायक एमबी पाटिल ने कांग्रेस हाईकमान से डिप्टी सीएम पद की मांग की थी, लेकिन दिल्ली में उनकी और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की मुलाकात का कोई परिणाम नहीं आया है। वह फिलहाल खाली हाथ लौट आए हैं। हालांकि ये जरूर कहा गया है कि कांग्रेस लिंगायत विधायकों को आने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में जगह देगी।

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