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बेंगलुरु: कर्नाटक सरकार ने शहर में पिछले सप्ताह की हिंसा के दौरान संपत्ति को हुए नुकसान के आकलन और दोषियों से नुकसान की भरपाई के संबंध में 'दावा कमिश्नर' की नियुक्ति के लिए उच्च न्यायालय का रुख करने का फैसला किया है। राज्य सरकार ने कहा है कि हिंसक घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की गई है और गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून (यूएपीए) भी लगाए जाएंगे।

मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने गृहमंत्री बासवराज बोम्मई और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सोमवार (17 अगस्त) को बैठक की। येदियुरप्पा ने ट्वीट किया, ''हमारी सरकार ने केजी हल्ली और डीजी हल्ली में हिंसक घटनाओं में निजी और सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान का आकलन कराने और दोषियों से नुकसान की भरपाई करने का फैसला किया है।"

उन्होंने कहा, ''डीजे हल्ली और केजी हल्ली में हिंसक घटनाओं के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी गई है और यूएपीए कानून भी लगाया जा रहा है।"

बेंगलुरू: कर्नाटक के गृह मंत्री बासवराज बोम्मई ने बृहस्पतिवार को कहा कि बेंगलुरू के कुछ हिस्सों में मंगलवार की रात हुई हिंसा के पीछे सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) की भूमिका प्रकाश में आई है और इस संबंध में गहराई से जांच कराई जाएगी। उपमुख्यमंत्री सी एन अश्वथ नारायण ने कहा कि सरकार एसडीपीआई को प्रतिबंधित करने पर विचार कर रही है, जिसके चार सदस्य उन लगभग 140 लोगों में शामिल है जिन्हें मंगलवार की रात की हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।

नारायण के हवाले से उनके कार्यालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘पहले की घटनाओं (एसडीपीआई की संलिप्पता) के सबूत हैं। सरकार ऐसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक साहसिक निर्णय लेगी। आवश्यक साक्ष्य एकत्र करने के बाद सरकार इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने के लिए कदम उठाएगी।’’ पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी के अनुसार सैंकड़ों लोगों ने हथियारों से पुलिस थानों पर हमला किया। दंगा प्रभावित क्षेत्रों में अब शांतिपूर्ण स्थिति है और त्वरित कार्यबल की एक टुकड़ी ने फ्लैग मार्च किया।

बेंगलुरु: पूर्वी बेंगलुरु में मंगलवार की रात एक फेसबुक पोस्ट के लेकर हिंसा भड़क गई. माहौल को काबू में करने के लिए पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले छोड़ और फायरिंग की। बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर कमल पंत ने बताया कि पूर्वी बेंगलुरु के डीजे हल्ली इलाके में पुलिस की फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई है, वहीं 60 पुलिसकर्मी घायल हैं। डीजे हल्ली और केजी हल्ली थाना क्षेत्रों में गुरुवार की सुबह तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं पूरे बेंगलुरु में धारा 144 लागू है। कमिश्नर ने कहा कि फिलहाल हालात काबू में हैं। पुलिस ने इस मामले में कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के आरोपी भतीजे नवीन को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं इसके अलावा 110 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, 'मैंने बेंगलुरू के पुलिस कमिश्नर से बात कर उन सभी दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने के लिए कहा है, जो घटना में शामिल थे और जिन्होंने इसे भड़काया था...हम शांति बहाल करने करने के लिए कर्नाटक सरकार को पूरा समर्थन देते हैं।' 

बेंगलुरु: बेंगलुरु के कुछ इलाकों में मंगलवार (11 अगस्त) देर रात साम्प्रदायिक हिंसा भड़क गई। दरअसल एक युवक ने कथित तौर पर पैगंबर को लेकर अपमानजनक पोस्ट किया था, जिसकी प्रतिक्रिया में यह हिंसा हुई। करीब सौ की संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य एक जगह जमा हुए और कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के घर पर पत्थर फेंके। इतना ही नहीं, डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस स्टेशन पर भी पथराव किया गया। मूर्ति उत्तरी बेंगलुरु के पुलकेशी नगर विधानसभा सीट से विधायक हैं।

कांग्रेस विधायक मूर्ति के भतीजे ने पैगंबर को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था, जिसके बाद अल्पसंख्यक समुदाय का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने विधायक के घर तोड़फोड़ की। इस मामले पर कर्नाटक के गृहमंत्री ने कहा, "मामले की जांच हो रही है, लेकिन तोड़फोड़ से किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। सुरक्षा के मद्देनजर इलाके में अतिरिक्त बलों को तैनात कर दिया गया है और उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।"

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