बंगलूरू: कोरोना और लॉकडाउन के बीच श्रमिकों के मुद्दे पर गहमागहमी जारी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा श्रमिकों को लेकर दिए गए बयान पर अब कांग्रेस ने भी पलटवार किया है। कर्नाटक कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश सरकार के इस फैसले को 'असंवैधानिक" बताया जिसमे योगी ने कहा था कि अन्य राज्यों को उसके मूल निवासियों को रोजगार देने के लिए अनुमति लेनी चाहिए। इसके साथ ही पार्टी ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई में व्यावहारिक बुद्धि की कमी है तथा इससे राज्य के लोगों की परेशानी बढ़ेगी।
कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने मंगलवार को कई ट्वीट कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा और कहा, ‘उत्तर प्रदेश उनकी सरकार की निजी संपत्ति नहीं है।’ उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोगों को काम पर रखे जाने से रोकने का योगी आदित्यनाथ का कदम असंवैधानिक है और यह आवाजाही की स्वतंत्रता के अधिकार के खिलाफ है। उन्होंने कहा, ‘श्री योगी, कृपया ध्यान दें कि उप्र आपकी सरकार की निजी संपत्ति नहीं है।’ शिवकुमार ने ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश के लोगों को भारत में कहीं भी काम करने के लिए आपकी अनुमति की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने आगे कहा, ‘श्री योगी लोकतंत्र में शासन के बुनियादी नियमों को नहीं समझते हैं।’ कांग्रेस नेता ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘जब यह भाजपा के लिए सुविधाजनक है, तो यह एक राष्ट्र है। जब ऐसा नहीं है, तो यह अलग-अलग राज्य और अलग-अलग लोग हैं। पाखंड की पराकाष्ठा है! गौरतलब है कि कांग्रेस से पहले योगी के इस बयान पर शिवसेना नेता संजय राउत और मनसे प्रमुख राज ठाकरे भी जुबानी हमला कर चुके हैं।