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कोलकाता: पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से राज्‍य की दो प्रमुख पार्टियों भाजपा और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच सियासी बयानबाजी तेज हो गई। राज्‍य में चुनाव प्रचार का आगाज करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने वर्चुअल रैली में राज्‍य की सीएम ममता बनर्जी पर हमला बोला था। उन्‍होंने प्रवासी मजदूरों को कथित तौर पर 'कोरोना एक्‍सप्रेस' कहने के मामले में सीएम पर निशाना साधा था और कहा था- दीदी, आपका यह संबोधन (कोरोना एक्‍सप्रेस) ही राज्‍य की सत्ता से आपके बाहर होने का रास्‍ता तैयार करेगा।

इस मुद्दे पर सीएम ममता बनर्जी ने भी प्रतिक्रिया देने में देर नहीं लगाई। 'ममता दीदी' ने अपने जवाब में कहा, 'मैंने कभी भी श्रमिक स्पेशल ट्रेन को ‘कोरोना एक्सप्रेस' नहीं कहा; मैंने वही कहा, जो लोग कह रहे हैं।' उन्‍होंने कहा कि यदि लॉकडाउन की घोषणा के पहले केंद्र ने श्रमिक ट्रेनें भेजी होतीं, तो लोगों को इतनी मुश्किलों को सामना नहीं करना पड़ता। उन्‍होंने कहा कि ट्रेन सेवाओं को एक कारण से बंद रखा गया था ताकि लोग एक स्‍थान से दूसरे स्‍थान तक नहीं जाएं क्‍योंकि ऐसे में कोरोना संक्रमण फैल सकता है। इसलिए मैंने यह कहा....आप सब गलत समझे।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के लिए गृह मंत्री अमित शाह द्वारा मंगलवार को की गई वर्चुअल रैली में सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधने का टीएमसी ने जवाब दिया है। तृणमूल कांग्रेस ने अमित शाह को याद दिलाया कि किस तरह से उनके लोगों ने कोलकाता में ईश्वर चंद विद्यासागर की मूर्ति को तोड़ था और वह बंगाल की संस्कृति को पुन:स्थापित करने की बात कह रहे हैं। टीएमसी ने अमित शाह को भारत की समावेशिता के लिए खतरा बताया।

आपको बता दें कि पिछले साल लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कोलकाता में अमित शाह का रोड शो हुआ था। इस दौरान हुई हिंसा में विद्यासागर कॉलेज में लगी ईश्वर चंद विद्यासागर की मूर्ति को उपद्रवियों ने तोड़ दिया था। जिसके बाद टीएमसी ने इस मुद्दे के लिए भाजपा को कसूरवार ठहराते हुए इसे बंगाल की अस्मिता के साथ जोड़ दिया था। यह हिंसा 15 मई 2019 को हुई थी। इसके बाद 11 जून 2019 को सीएम ममता बनर्जी ने विद्यासागर कॉलेज पहुंचकर नई मूर्ति का अनावरण किया था। मंगलवार को टीएमसी नेता ममता बनर्जी की वही फोटो शेयर करते हुए भाजपा पर हमला किया।

नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के लिए 'डिजिटल रैली' की। इस दौरान उन्होंने राज्य की ममता बनर्जी सरकार को निशाने पर रखा। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने मोदी जी की लोकप्रियता से डरकर बंगाल में आयुष्मान भारत योजना और पीएम किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं को लागू नहीं होने दिया। गृहमंत्री ने अम्फान और कोरोना महामारी में भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस बंगाल में कभी रवींद्र संगीत की गूंज होती थी वह बंगाल अब बम धमाकों से दहल रहा है।

'भाजपा का सीएम लागू करेगा आयुष्मान भारत योजना'

अमित शाह ने कहा ममता बनर्जी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि ममता बनर्जी ने राज्य के गरीबों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं लेने दिया है। उन्हें डर है कि इससे मोदी जी की लोकप्रियता बढ़ जाएगी। गृहमंत्री ने कहा कि चुनाव बाद जब भाजपा के मुख्यमंत्री शपथ लेंगे तो उसके एक मिनट बाद यहां आयुष्मान भारत योजना लागू हो जाएगा।

कोलकाता: बिहार के बाद अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलावार को 'वर्चुअल रैली' के जरिए अगले साल अप्रैल में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के अभियान की शुरुआत करेंगे। वे आज (मंगलवार) सुबह 11 बजे रैली को संबोधित करेंगे। पश्चिम बंगाल के सभी शीर्ष नेता वर्चुअल तरीके से रैली का हिस्सा बनेंगे। बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा "इस रैली से राज्य में सियासी बदलाव की शुरुआत होगी।" "यह हमारे लिए पहला मौका है और हमारी पार्टी लोगों की मौजूदगी के मामले में एक विश्व रिकॉर्ड बनाने जा रही है।"

दिलीप घोष के मुताबिक बिहार की वर्चुअल रैली में राज्यभर में 70,000 एलईडी टीवी लगाए गए थे, इस कार्यक्रम में 43 लाख लोगों की मौजूदगी का दावा किया गया है। जब ममता बनर्जी से पूछा गया कि क्या वे भी ऐसी ही एक वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगी, तो उन्होंने कहा "भाजपा की जितनी गुंजाइश है, हमारी उतनी नहीं है।" बता दें कि तृणमूल कांग्रेस 21 जुलाई को शहीद दिवस के तौर पर मना रही है। बता दें कि लॉकडाउन के दौरान भी केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच टकराव की स्थिति कई मौकों पर देखी गई। भाजपा कोरोना संकट के कुप्रबंधन को लेकर राज्य सरकार पर लगातार हमलावर रही है।

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