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कोलकाता: अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश का ‘सबसे लोकप्रिय नेता’ करार देते हुए तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि समाजवादी पार्टी में चल रहे झगड़े में वह मुख्यमंत्री के साथ है। तृणमूल कांग्रेस के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने यहां एक कार्यक्रम से इतर कहा, ‘अखिलेश उत्तर प्रदेश का सबसे लोकप्रिय नेता है। उसमें बहुत अपनापन है। उनके साथ हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं।’ उन्होंने कहा हालांकि यह सपा का आंतरिक मामला है, तृणमूल कांग्रेस अखिलेश के साथ है और उनका समर्थन करती रहेगी। समाजवादी पार्टी रविवार को दो टुकड़ों में बंट गयी। अखिलेश के नेतृत्व वाले धड़े ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनते हुए मुलायम सिंह यादव को संरक्षक का पद दे दिया। वहीं दूसरी ओर मुलायम ने इन सभी फैसलों को अवैध करार दिया।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बैंकों से नकदी निकासी पर लगे प्रतिबंध पर आज सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार आसानी से लोगों के आर्थिक अधिकारों को ‘छीन नहीं’ सकती। बनर्जी ने सवाल किया, ‘मोदी बाबू, लोग भिखारी नहीं हैं, नकदी निकासी पर अब भी प्रतिबंध क्यों है?’’ उन्होंने एक बयान में कहा, अब 50 दिन पूरे हो गए हैं। आप लोगों को उनकी गाढ़ी कमाई के पैसे निकालने के लिए कैसे मना कर सकते हैं? कोई सरकार लोगों के आर्थिक अधिकारों को नहीं छीन सकती। उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा था कि 1 जनवरी से एटीएम के जरिये नकदी निकासी की सीमा बढ़ाकर 4,500 रुपये प्रतिदिन कर दी गई है। अभी तक प्रतिदिन एटीएम के जरिये मात्र 2,500 रुपये ही निकाले जा सकते थे। हालांकि बैंकों एवं एटीएम के जरिये साप्ताहिक कुल 24,000 रुपये निकालने की सीमा अभी भी बरकरार हैं। छोटे कारोबारियों के लिए यह सीमा 50,000 रुपये है।

कोलकाता: सीबीआई ने आज (शुक्रवार) तृणमूल कांग्रेस के सांसद तापस पॉल को रोज वैली चिट फंड घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,‘हमने रोज वैली चिट फंड घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए तापस पॉल को गिरफ्तार कर लिया। उनसे कुछ सवाल पूछे गए और वे सवालों का सही जवाब नहीं दे पाए कि उन्होंने कितने पैसे लिए और किस आधार पर लिए।’ पॉल से कुछ घंटे तक जिरह की गयी। वह रोज वैली समूह की एक कंपनी के निदेशक के रूप में नियुक्ति से संबंधित या बंगाली फिल्म उद्योग में निवेश करने वाली कंपनी से अपने संबंधों से जुड़े किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे पाए, जिसके बाद सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जांच एजेंसी और पूछताछ के लिए उन्हें भुवनेश्वर ले जा सकती है। सीबीआई ने कथित घोटाले के सिलसिले में गत 27 दिसंबर को तापस को सम्मन जारी किया था। कथित घोटाला चिट फंड घोटाले से जुड़े मामलों में शामिल है जिनकी सीबीआई जांच कर रही है।

नई दिल्ली/कोलकाता: सीबीआई ने कथित रोज वैली घोटाले के सिलसिले में तृणमूल कांग्रेस के दो सांसदों सुदीप बंदोपाध्याय एवं तापस पॉल को तलब किया है। सीबीआई चिटफंड घोटाले के तहत जिन मामलों की जांच कर रही है, उसमें यह मामला शामिल है। दोनों से 30 दिसंबर को सीबीआई कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है। सीबीआई सूत्रों ने कहा कि बंदोपाध्याय को पहले भी बुलाया गया था लेकिन उन्होंने संसद सत्र का हवाला देते हुए व्यक्तिगत पेशी से छूट मांगी थी। सूत्रों के अनुसार अब संसद सत्र खत्म होने के बाद एजेंसी ने दोबारा उनसे अपनी जांच टीम के सामने पेश होने के लिए कहा ताकि उनसे रोज वैली समूह से जुड़े चिट फंड घोटाले को लेकर पूछताछ की जा सके। कोलकाता में संपर्क किए जाने पर सांसद ने कहा, ‘मैं जनवरी के पहले हफ्ते में पेश होऊंगा।’ उन्होंने कहा, ‘मैं जाऊंगा, क्योंकि मैं जानना चाहता हूं कि मेरे खिलाफ असल में क्या आरोप लगाए गए हैं। मुझे लगता है कि फोन पर बात करने की बजाए आमने सामने बैठना बेहतर होगा।’ हाल में अटकलें चल रही थीं कि सीबीआई बंदोपाध्याय से पूछताछ कर सकती है जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्टी को डराने के लिए केंद्रीय एजेंसी का इस्तेमाल कर रही है।’ तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा था, ‘राजनीतिक प्रतिशोध के रास्ते पर चलकर आप ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस को नोटबंदी का विरोध करने से नहीं रोक सकते।

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