ताज़ा खबरें
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली: महागठबंधन की कोशिशों को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने झटका दे दिया है। अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की अहम बैठक में उन्होंने भाजपा, काग्रेस और सीपीएम पर जमकर हमला बोला। ममता ने इस दौरान भाजपा को माओवादियों के साथ भी जोड़ा। ममता ने भाजपा, कांग्रेस, माकपा और माओवादियों पर आरोप लगाया कि बंगाल में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ हाथ मिला लिए हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि सीपीएम भाजपा के चरणों में गिरी हुई है और डूबने से बचने के लिए उनके तिनकों का सहारा ले रही है। वहीं, कांग्रेस दिल्ली में भाजपा का विरोध कर रही है और यहां उनसे हाथ मिला रही है। कांग्रेस के नियम और सिद्धांत कहा हैं? उन्होंने कहा कि सीपीएम, माओवादी और भाजपा ये सभी समाज के कलंक हैं।

भाजपा कर रही ईवीएम से छेड़छाड़'

उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि राज्य में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए भगवा दल ईवीएम से छेड़छाड़ कर रही है। उन्होंने कहा, 'मतदाता सूची के पुनरीक्षण का काम शुरू हो गया है। सुनिश्चित करिए की प्रक्रिया का पालन किया जाए। ईवीएम से छेड़छाड़ करना भाजपा की आदत है। हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को सतर्क रहना चाहिए और उनकी निगरानी करनी चाहिए।'

सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल के एक होटल से चीनी नागरिक को आधार कार्ड के साथ गिरफ्तार किया गया है। भारत का बॉयोमेट्रिक और सबसे ज्यादा सुरक्षित माने जाने वाले आधार कार्ड के चीनी नागरिक के पास मिलने से स्थानीय सुरक्षा एजेंसियां भी हैरान हैं। चीनी नागरिक के साथ एक नेपाली नागरिक और बंगाल का एक स्थानीय व्यापारी भी गिरफ्तार हुआ। पुलिस ने तीनों के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज कर सोमवार को स्थानीय अदालत में पेश किया जहां से उन्हें सात दिन कि न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

मामले में सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि ये वांग नाम का चीनी नागरिक, गनेश भट्टाराई नेपाली नागरिक और स्‍थानीय बिजनेसमैन बिपुल अग्रवाल के खिलाफ फॉर्नर्स एक्ट, जालसाजी और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि चीनी नागरिक ने सिलीगुड़ी के होटल में जब पहचान के रूप में आधार कार्ड दिया तो होटल के कर्मचारियों को संदेह हुआ और उन्होंने पुलिस को इस बात की जानकारी दी।

कोलकाता: कोई शख्स भला कैसे किसी सांप या खतरनाक अजगर के साथ मस्ती और सेल्फी लेने की गलती कर सकता है। भले आप ट्रैंड प्रोफेशनल ही क्यों ना हों, लेकिन पश्चिम बंगाल से एक चौंकाने वाला वीडियो वायरल हो रहा है, जहां एक अधिकारी को अजगर को गले में डालकर तस्वीर लेना महंगा पड़ गया। वीडियो में आप देख सकते हैं कि साहेबबाड़ी इलाके में एक घर से 18 फुट लम्बा और 40 किलो वजनी अजगर पकड़ा गया। यह पायथन गांव में बकरी को मारकर खा गया था। जिसके बाद यहां रह रहे गांव के निवासियों ने पायथन को पकडऩे की गुहार की थी। जिसके जवाब में फॉरेस्ट रेंजर तथा उनके सहयोगी वहां पहुंचे और अजगर को पकड़ लिया।

इसके बाद फॉरेस्ट रेंज के अधिकारी संजय दत्ता ने अजगर के साथ सेल्फी लेने की कोशिश की। इसलिए उन्होंने दाएं हाथ से अजगर की गरदन को पकड़ा और उसे अपनी गरदन में लपेट लिया। यही नहीं उसके बाद वन रेंजर ने अजगर के साथ सेल्फी ली और वीडियो भी बनवाई। हालांकि थोड़ी देर बाद अजगर ने फारेस्ट रेंजर के गले को जकडऩा शुरु कर दिया।

कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों और पोस्ट की समस्या से निपटने के लिए एक नए कानून पर काम कर रही है। देश के कई हिस्सों में ऐसे पोस्टों से हो रही परेशानियों और अशांति की पृष्ठभूमि में यह कदम सामने आया है। मीड़िया रिर्पोट के मुताबिक गृह विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार की मंशा है कि समाज में शांति एवं सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने या घृणा पैदा करने के उद्देश्य से फर्जी खबरें फैलाने वालों और तस्वीरों को छेड़छाड़ कर उन्हें पोस्ट करने के जिम्मेदार लोगों के अपराध और सजा की प्रकृति पर अधिक स्पष्टता लाई जाए।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार नया कानून बनाते हुए अपराधियों के रिकॉर्ड रखने के अलावा पिछले कुछ वर्षों में पश्चिम बंगाल तथा देश के अन्य हिस्सों में सोशल मीडिया पर फैली फर्जी खबरों पर एक डेटा बैंक तैयार कर रही है। राज्य में पिछले कुछ वर्षों में फर्जी खबरें फैलने की कई रिपोर्टों के बाद नया कानून तैयार किया जा रहा है। शिलॉन्ग, झारखंड में गोड्डा और असम के कार्बी आंगलोंग जिले में हाल में हुई घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी है। अधिकारी ने कहा कि सोशल नेटवर्किंग साइटों पर फर्जी खबरों और तस्वीरों को तोड़-मरोड़ कर पोस्ट करने के बड़े असर हो सकते हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख