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पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री आर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में 'जल-जीवन-हरियाली' को लेकल रविवार को बनाई गई 16,443 किमी लंबी मानव श्रृंखला पर सवाल खड़े किए हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि स्कूली बच्चों को बिना चप्पलों के लंबी कतारों में खड़े होने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिसके कारण कई बीमार पड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि दरभंगा के कोठी में एक स्कूल टीचर की मौत भी हो गई है। यह केवल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अहंकार के कारण है।

वहीं मानव श्रृखंला की फोटोग्राफी और वीडियो के लिए हेलीकॉप्टर के उपयोग पर भी तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर हमला बोला। तेजस्वी यादव ने कहा कि जब बाढ़ आई थी तब कोई हेलीकॉप्टर नहीं था लेकिन आज मानव श्रृंखला का वीडियो बनाने के लिए 15-16 हेलीकॉप्टरों का उपयोग किया गया था। इस पर बहुत पैसा बर्बाद हुआ है।

पटना: बिहार में रविवार को जल-जीवन-हरियाली और शराबबंदी के पक्ष में और दहेजप्रथा व बाल विवाह के खिलाफ में 16,443 किमी लंबी मानव श्रृंखला बनाई गई। मुख्य कार्यक्रम का आयोजन पटना के गांधी मैदान में किया गया। मानव श्रृंखला को लेकर पटना समेत पूरे बिहार में जबरदस्त उत्साह दिखा। मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर, आरा, छपरा जैसे शहरों से लेकर गांव-गांव तक लोग सड़क पर खड़े होकर मानव श्रृंखला का हिस्सा बने। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और अन्य मंत्री पटना के गांधी मैदान पहुंचे।

सीएम नीतीश कुमार का यह फ्लैगशिप कार्यक्रम जलवायु परिवर्तन और बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों से लड़ने के लिए चलाया गया है। यहां नीतीश मानव श्रृंखला में खड़े हुए। उनके बाएं जल पुरुष के नाम से प्रसिद्ध राजेंद्र सिंह और दाएं उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी खड़े हुए। पूरे कार्यक्रम की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई गई, जिसके लिए 15 हेलिकॉप्टरों पर फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर तैनात किए गए थे।

पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट के जरिए जोरदार हमला बोला है। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार के जल जीवन हरियाली अभियान को नया नाम दिया है। सोशल मीडिया पर लालू यादव इस अभियान पर तंज कसते हुए ''छल छीजन घड़ियाली" का नाम दिया है। इतना ही नहीं, नीतीश कुमार को पलटूराम कहते हुए मानव श्रृंखला बनाने को लेकर यह भी कहा कि बाढ़ राहत में कभी पलटूराम ने 18 हेलिकॉप्टर नहीं लगाए जो अब मानव श्रृंखला का फोटू खिंचवाने के लिए करोड़ों खर्च कर 18 हेलिकॉप्टर मंगवाए हैं।

लालू यादव ने ट्वीट में लिखा, ''ग़रीब का 24500 करोड़ 'छल छीजन घड़ियाली' के नाम पर लूटा और अब करोड़ों मानव श्रृंखला के नाम। आम नागरिक के धन की बर्बादी व नौटंकी की यह पराकाष्ठा है। बाढ़ राहत में कभी पलटूराम ने 18 हेलिकॉप्टर नहीं लगाए जो अब मानव श्रृंखला का फोटू खिंचवाने के लिए करोड़ों खर्च कर 18 हेलिकॉप्टर मंगवाए है।''

रांची: चारा घोटाले से जुड़े डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपए की अवैध निकासी मामले में गुरुवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का सीआरपीसी की धारा 313 के तहत बयान दर्ज किया गया। सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एसके शशि की अदालत ने लालू प्रसाद से 34 सवाल पूछे। सभी सवाल डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी एवं मुख्यमंत्री काल में हुए भ्रष्टाचार के आरोप से जुड़े थे। व्यक्तिगत रूप से उपस्थित लालू प्रसाद ने सभी सवालों के जवाब अदालत को सहज ढंग से दिए।

बयान दर्ज होने के बाद लालू प्रसाद ने जज के समक्ष हाथ जोड़कर प्रार्थना की। लालू प्रसाद ने जज से मौखिक रूप में कहा- हुजूर, हमने आज तक किसी से पैसा नहीं लिया। कायदा कानून इतना सख्त है कि कोई भी मुख्यमंत्री ट्रेजरी ऑफिसर से 10 रुपए नहीं मांग सकता है। हम इतना पैसा कहां से ले लेंगे। लालू प्रसाद ने जज से अनुरोध किया कि आज उनका बयान दर्ज हो रहा है। फैसला करने से पहले वे फाइल जरूर देख लें, कहीं कोई तालमेल नहीं है। गवाह कुछ बोल रहा है और कागजात कुछ और बोल रहे हैं। न्यायाधीश ने लालू प्रसाद को भरोसा दिलाया और कहा कि वे सबकुछ देखने के बाद ही न्याय करेंगे।

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