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नई दिल्ली: जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार इन दिनों बिहार के कई हिस्सों लगातार रैली कर रहे हैं। इस क्रम में उनके काफिले पर लगातार हमले भी हो रहे हैं। निरंतर हो रहे हमले के बाद सीपीआई के महासचिव डी राजा ने नीतीश कुमार को पत्र लिखकर सुरक्षा महैया कराने की मांग की है। डी राजा ने अपनी चिट्ठी में नीतीश कुमार से कन्हैया कुमार की जन-गण-मन यात्रा के दौरान उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने के साथ ही हमलों के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की है।

हाल ही में भोजपुर जिले के आरा रमना मैदान में सभा करने जा रहे कन्हैया कुमार के काफिले पर बीबीगंज बाजार के पास अमासाजिक तत्वों ने हमला कर दिया। इस हमले में कन्हैया की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। किसी तरह पुलिस ने कन्हैया को दूसरी गाड़ी पर बैठाकर आरा की ओर निकाला। आरोप है कि शुक्रवार को जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के काफिले ने कुछ बाइक सवारों को कुचल दिया। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने जमकर पथराव कर दिया। घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस पहुंची और काफिले को आगे बढ़ाया।

आरा: सीपीआई नेता और जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), एनआरसी और एनपीआर के विरोध में बिहार की यात्रा पर हैं। कन्हैया को बिहार के ज्यादातर जिलों में विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, एक बार फिर कन्हैया के काफिले पर हमला हुआ है। वह आरा पहुंचकर जनसभा को संबोधित करने वाले थे, लेकिन उनके आरा पहुंचने से पहले ही विरोधियों ने मंच को आग के हवाले कर दिया। कन्हैया कुमार सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में पूरे बिहार में जन गण मन यात्रा निकाल रहे हैं।

यह यात्रा 30 जनवरी से शुरू हुई और यह 29 फरवरी को पटना में विशाल रैली के साथ खत्म होनी है, लेकिन कन्हैया जिस भी जिले में जा रहे उन्हें विरोध प्रदर्शनों का सामना करना पड़ रहा है। शायद ही कोई ऐसा जिला बचा हो जहां कन्हैया के काफिले को विरोधियों ने निशाना नहीं बनाया हो। बक्सर में जनसभा को संबोधित करने के बाद कन्हैया आज दोपहर आरा पहुंचने वाले हैं, लेकिन उनके आरा पहुंचने से पहले ही विरोधियों ने आरा में मंच को आग लगा दी। कन्हैया ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि विरोधियों ने उनके कार्यक्रम के मंच को आग लगा दी।

पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच मतभेद की खबरें अक्सर ही सामने आती रहती हैं। लेकिन ऐसा लग रहा है कि अब सब कुछ ठीक हो गया है। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और पार्टी नेता तेजप्रताप यादव ने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को भावी मुख्यमंत्री घोषित करते हुए नया नारा दिया है। उन्होंने कहा है कि अब बिहार को तेज रफ्तार और तेजस्वी सरकार चाहिए। गुरुवार को एक पोस्टर ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, 'आपकी पलटी-मारी से त्रस्त है बिहार। अब बिहारियों को चाहिए तेज रफ्तार-तेजस्वी सरकार।' पोस्टर में उनके छोटे भाई और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ लालू प्रसाद यादव की तस्वीर भी है।

इस पोस्टर के जरिए तेजप्रताप ने संदेश दिया है कि बिहार में तेजस्वी के नेतृत्व में हम सरकार बनाएंगे और वह सरकार तेज रफ्तार वाली होगी। बिहार की राजनीति पर नजर रखने वाले बताते हैं कि तेजप्रताप का यह एक संदेश भी हो सकता है। इसके माध्यम से वो बताना चाहते हैं कि परिवार में सबकुछ ठीक है। इसके साथ ही उन्होंने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा भी घोषित कर दिया है।

पटना: राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के समधी और तेजप्रताप यादव के ससुर चंद्रिका राय जदयू में शामिल होंगे। गुरुवार को मीडिया से बात में उन्होंने कहा कि राज्य में अगली सरकार भी एनडीए की ही बनेगी और उसके मुखिया भी नीतीश कुमार ही होंगे। उन्होंने दावा किया कि राजद के कई विधायक नाराज हैं। ये लोग जल्द ही पार्टी छोड़ेंगे। मुझे भी जदयू से परहेज नहीं है। मैं जल्द ही जदयू में शामिल हो सकता हूं। राजद में मुझे काफी प्रताड़ित किया गया। पूर्व मंत्री चंद्रिका राय ने कहा कि मैं इस पीड़ा को भूल नहीं सकता हूं। नीतीश कुमार ने राज्य का विकास किया है। उनका बिहार में कोई विकल्प नहीं है।

अपने दामाद का चुनाव में विरोध के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति में सबकुछ जायज है। जब उनलोगों ने मेरे और मेरी बेटी के बारे में नहीं सोचा तो मुझे क्या परहेज होगा। हालांकि अपनी पुत्री और तेजप्रताप की पत्नी ऐश्वर्या राय को चुनाव लड़ाने के सवाल पर उन्होंने कुछ भी कहने से परहेज किया। साथ ही कहा कि अभी इसका समय नहीं है।

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