पटना: बिहार में रविवार को जल-जीवन-हरियाली और शराबबंदी के पक्ष में और दहेजप्रथा व बाल विवाह के खिलाफ में 16,443 किमी लंबी मानव श्रृंखला बनाई गई। मुख्य कार्यक्रम का आयोजन पटना के गांधी मैदान में किया गया। मानव श्रृंखला को लेकर पटना समेत पूरे बिहार में जबरदस्त उत्साह दिखा। मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर, आरा, छपरा जैसे शहरों से लेकर गांव-गांव तक लोग सड़क पर खड़े होकर मानव श्रृंखला का हिस्सा बने। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और अन्य मंत्री पटना के गांधी मैदान पहुंचे।
सीएम नीतीश कुमार का यह फ्लैगशिप कार्यक्रम जलवायु परिवर्तन और बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों से लड़ने के लिए चलाया गया है। यहां नीतीश मानव श्रृंखला में खड़े हुए। उनके बाएं जल पुरुष के नाम से प्रसिद्ध राजेंद्र सिंह और दाएं उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी खड़े हुए। पूरे कार्यक्रम की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई गई, जिसके लिए 15 हेलिकॉप्टरों पर फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर तैनात किए गए थे।
जो मानव शृंखला को अपने कैमरे में कैद कर रहे थे। इसके अलावा बाइक सवार वीडियोग्राफर ने भी वीडियो बनाया गया। गांव से लेकर शहर तक हर एक किलोमीटर पर एक वीडियोग्राफर को तैनात किया गया था।
पूरी दुनिया ने देखा पर्यावरण संरक्षण के लिए बिहार का मत: सीएम नीतीश
मानव शृंखला के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मानव शृंखला के जरिए पूरी दुनिया ने बिहार के मत को देखा है। लोगों ने जिस तरह इसका समर्थन किया है इससे मुझे बड़ी खुशी हुई। उन्होंने कहा कि पर्यावरण के संरक्षण के लिए हमने जो काम किया है उसे लोगों का पूरा साथ मिला। पर्यावरण की स्थिति दिनों दिन खराब होती जा रही है। सीएम ने कहा कि अगर हम अभी सावधान नहीं हुई तो आने वाली पीढ़ी को भयंकर नुकसान उठाना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि बिहार में जो स्थिति बन रही है। इस बात को लेकर कई महीने तक चर्चा की। बिहार विधानसभा और विधान परिषद के सभी सदस्यों को एक साथ बैठक के लिए आमंत्रित किया गया था। नीतीश ने कहा कि इस बैठक में जो बातें हुई उसके आधार पर जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत की। जल और हरियाली के बीच जीवन है। जल है और हरियाली है तभी जीवन सुरक्षित है। यह अभियान हम निरंतर चलाएंगे।
जिलों से मिली रिपोर्ट के आधार पर बढ़ाई शृंखला की लंबाई
मानव शृंखला की लंबाई पहले 16,128 किलोमीटर करने का लक्ष्य था, जो जिलों की रिपोर्ट के आधार पर बढ़कर 16,370 हो गई थी। शनिवार को दोबारा रिपोर्ट सौंपी गई, जिसके बाद इसकी लंबाई 16,443 की गई। प्रत्येक किलोमीटर पर शृंखला के लिए एक नायक को तैनात किया गया था। पांच किलोमीटर पर एक सेक्टर ऑफिसर और 10 किलोमीटर पर सुपर सेंटर था।
मानव शृंखला में शामिल लोगों का उत्साह बढ़ाने के लिए कला जत्था के कलाकार उपस्थित थे। शृंखला में शामिल होकर लोगों ने पर्यावरण और जल बचाने का संकल्प लिया। शराबबंदी की सफलता के साथ दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी कुप्रथा को समाप्त करके लिए एक-दूसरे को जागरूकता का संदेश दिया गया।