पटना: बिहार में एनडीए के खिलाफ विधानसभा चुनाव के मैदान में उतर रहे महागठबंधन में दरार आ गई है। शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच में वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी ने महागठबंधन छोड़ने का एलान किया। उन्होंने कहा कि "मैं पिछड़े का बेटा हूं। मेरी पीठ में छुरा घोंपा जा रहा है।" वीआईपी पार्टी प्रमुख ने कहा कि उनके साथ धोखा हुआ है। सहनी यह कहकर प्रेस कॉन्फ्रेंस से निकल गए। वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश मल्लाह ने कहा कि उनसे 25 सीटें देने और डिप्टी चीफ मिनिस्टर का पद देने का वादा किया गया था। इतना कहने के बाद वे भी वहां से चले गए।
कांग्रेस के बिहार के प्रभारी अविनाश पाण्डेय ने घोषणा की कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महगठबंधन चुनाव लड़ेगा। यानी तेजस्वी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। उन्होंने कहा कि हम ठेठ बिहारी हैं और हमारा डीएनए भी शुद्ध है। हम लोगों को एक मौका दीजिए। जो वादा करेंगे, पूरा करेंगे।वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी ने एक ट्वीट करके भी अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि जनता चुनाव में आरजेडी को सबक सिखाएगी।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर विपक्ष के नेताओं ने शनिवार को पटना में महागठबंधन की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान आरजेडी, कांग्रेस, लेफ्ट पार्टी और वीआईपी पार्टी के नेता मंच पर मौजूद रहे। आरजेडी की तरफ से तेजस्वी यादव के साथ उनके भाई तेज प्रताप यादव और राज्य सभा सांसद मनोज झा भी मौजूद थे। सबसे पहले हाथरस में गैंगरेप पीड़िता के लिए शोक व्यक्त करने के लिए मौन रखा गया। महागठबंधन में सबसे ज्यादा सीटें आरजेडी के हिस्से आई हैं। जबकि दूसरे नंबर कांग्रेस वहीं वाल्मीकिनगर में लोकसभा उपचुनाव की सीट भी कांग्रेस को मिली है। इसके बाद सीपीआई माले को ज्यादा सीटे मिली हैं। इन तीन बड़ी पार्टियों के बाद सीपीआई औऱ सीपीआई के बीच सीटों का बंटवारा हुआ है। वहीं आरजेडी के हिस्से से ही वीआईपी और जेएमएम को सीटें मिलेंगी।
प्रेस कॉन्फ्रेस में कांग्रेस की तरफ से बोलते हुए अविनाश पांडे ने कहा, "कांग्रेस, आरजेडी, माले, सीपीआई, सीपीएम और वीआईपी पार्टी ने एक मजबूत गंठबंधन के लिए एक साथ आने का निर्णय लिया है।" अविनाश पाण्डेय ने घोषणा किया कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महगठबंधन चुनाव लड़ेगी।" मतलब तेजस्वी बिहार में महागठबंधन से सीएम पद के उम्मीदवार होंगे।
तेजस्वी यादव ने कहा, 'मैं गठबंधन के सभी साथियों का धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे नेतृत्व के लिए चुना। हम ठेठ बिहारी है और हमारा डीएनए भी शुद्ध है। बिहार की जनता बदलाव चाहती है। बिहारी जान चुके हैं और उन्होंने ठान लिया है कि जिन्होंने 15 साल तक राज्य की ये हालत बना दी। कुर्सी के प्यार में स्टेबल गवर्नमेंट को अनस्टेबल कर दिया। बिहार काम पर विश्वास करता है। बिहार के गौरव के लिए, बिहार को तरक्की के रास्ते पर लाने के लिए हम बिहार की जनता से मांग करते हैं कि हम लोगों को एक मौका दीजिए हम वो पूरा करेंगे। हम 10 लाख नौकरियां देंगे। ये सरकारी नौकरियां हैं।'
तेजस्वी यादव ने कहा, "हम बिहार की जनता से वादा करते हैं कि हमारी सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट में ही हम अपना ये वादा पूरा कर देंगे। हम वादा करते हैं कि सरकार बनने के एक डेढ़ महीने में ही लोगों को रोजगार मिलना शुरू हो जाएगा। सरकारी नौकरी के फॉर्म पर कोई पैसा नहीं लिया जाएगा।"
तेजस्वी यादव ने सीटों की संख्या का एलान करते हुए बताया, "सीपीएम -4, सीपीआई 6, सीपीआई माले- 19, कांग्रेस-70 और लोकसभा उपचुनाव (वाल्मीकिनगर) में भी कांग्रेस, आरजेडी को 144 सीटें, जिसमें से हम मुकेश साहनी वीआईपी पार्टी और जेएमएम से भी बात हो रही है। इस पर फैसला आरजेडी दो तीन दिन में कर देगी।"
वीआईपी पार्टी महागठबंधन सीटों के बंटवारे को लेकर लिए गए फैसले से नाराज हो गई और महागठबंधन को छोड़ने की घोषणा कर दी।