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पटना: बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार में हो रही देरी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। नीतीश कुमार ने कहा, बिहार में उनके कार्यकाल में पहले ऐसा कभी नहीं हुआ है कि मंत्रिमंडल विस्तार में इतनी देर हुई हो। उन्होंने कहा कि हमेशा से हम शुरुआत में ही पूरे मंत्रिमंडल का विस्तार कर देते थे।

नीतीश कुमार से जब पूछा गया कि गुरुवार को वे भाजपा बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और दोनों उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी से मिले, तो मंत्रिमंडल विस्तार पर बात हुई या नहीं। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि गुरुवार को बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव और प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के साथ उनकी मुलाकात हुई, लेकिन इस दौरान मंत्रिमंडल विस्तार या फिर किसी प्रकार की कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। नीतीश कुमार ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार में इतनी देर पहले कभी नहीं होती थी। हम तो शुरुआत में ही मंत्रिमंडल विस्तार कर देते थे।

नई दिल्ली:  कोरोना वायरस की दो वैक्सीन को भारत में अनुमति मिल चुकी है, जिसके बाद अगले कुछ वक्त में वैक्सीनेशन भी शुरू हो जाने की उम्मीद है। लेकिन जिस वैक्सीन का महीनों से इंतजार था, उस वैक्सीन के आते ही उस पर राजनीति भी शुरू हो गई है। बहस है कि इस वैक्सीन पर भरोसा किया जाए या नहीं, या फिर वैक्सीन पहले कौन लगवाएगा। अगला बयान राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेज प्रताप यादव की ओर से आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेज प्रताप यादव ने कहा है कि पीएम मोदी को पहले कोरोना की वैक्सीन लगवानी चाहिए। वैक्सीन लगवाने को लेकर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि 'पहले मोदी जी टीका लगवा लें फिर हम भी लगवा लेंगे।'

बता दें कि इसके पहले समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश सिंह भी वैक्सीन को लेकर बयानबाजी कर चुके हैं। उन्होंने वैक्सीन को भाजपा की वैक्सीन बता दिया था। उन्होंने इस हफ्ते कहा था कि उन्हें भाजपा की वैक्सीन पर भरोसा नहीं है। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने इस बयान पर सफाई देते हुए कहा था कि उनका मकसद वैक्सीन डेवेलप करने वाले वैज्ञानिकों की क्षमता पर सवाल खड़े करना नहीं है।

पटना: बिहार की राजनीति में हलचल मचाने वाले राजद नेता श्याम रजक के बयान पर आखिरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुप्पी तोड़ ली। उन्होंने कहा कि सब बेबुनियाद है। इस तरह के दावों में कोई दम नहीं है। बता दें कि श्याम रजक ने जदयू के 17 विधायकों के राजद के संपर्क में होने का दावा किया था। इसके बाद बिहार में नीतीश कुमार की सरकार गिरने की अटकलें लगने लगी थीं।

जलाशय का निरीक्षण करने गए थे सीएम

गौरतलब है कि श्याम रजक के दावे को जदयू के कई नेताओं ने कोरी कल्पना करार दिया था, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुप्पी साध रखी थी, लेकिन अब उन्होंने इस मामले को साफ कर दिया है। दरअसल, सीएम नीतीश कुमार बुधवार को पटना के इको पार्क में बच्चों के लिए बनाए जा रहे जलाशय का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने इस जलाशय को बिहार और पटना के बच्चों के लिए नए साल का तोहफा बताया। उन्होंने बताया कि 4 जनवरी को इस जलाशय का उद्घाटन किया जाएगा।

पटना: अरुणाचल प्रदेश में हुई एक सियासी घटना का असर बिहार की राजनीति पर साफ नजर आ रहा है। अब पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी इस पर बयान दिया है। मांझी ने कहा है कि अरुणाचल में जो हुआ वह स्वच्छ राजनीति नहीं है। साथ ही उन्होंने भाजपा से ऐसी गलती दोबारा नहीं करने की बात भी कही है।

बुधवार को हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष मांझी ने ट्वीट कर कहा, 'अरुणाचल प्रदेश में जो हुआ वह स्वच्छ राजनीति का तकाजा नहीं है। भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व से अनुरोध है कि ऐसी गलती दोबारा न हो पाए, इसका ख्याल रखें। नीतीश कुमार को कमजोर समझने वालों को शायद नहीं पता है कि हम मजबूती से उनके साथ है।'

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